ब्रह्माकुमारी संस्थान के नवनिर्मित ओम शांति भवन एवं परमात्म अनुभूति संग्रहालय का मंत्री नीरज बबलू ने किए उदघाटन !

सुपौल/राघोपुर: विकास आनंद

ब्रह्माकुमारी संस्थान के नवनिर्मित ओम शांति भवन एवं परमात्म अनुभूति संग्रहालय का मंत्री नीरज बबलू ने किए उदघाटन !

 

वरिष्ठ समाजसेवी राम नारायण महतो द्वारा परमात्म अनुभूति संग्रहालय के जमीन सहित भवन दान दिया गया !

बिहार/सुपौल: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सिमराही बाजार के नवनिर्मित ॐ शान्ति भवन का उद्घाटन व अध्यात्मिक प्रवचन एवं भव्य स्नेह मिलन समारोह का आयोजन रविवार को NH57 टाटा मोटर्स के पिछे स्थित ब्रह्माकुमारी संस्थान के परमात्म अनुभूति संग्रहालय के प्रांगण में किया गया।

अध्यक्षता ब्रह्माकुमारी संस्थान के सीमांचल एवं सब जोन प्रभारी जोगबनी बिहार के मुख्य संचालिका राजयोगिनी किरण दीदी ने की। शाखाओं में 10 वर्षों से अध्यात्म के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यकलापों व इसकी सार्थकता के बारे में संस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र प्रभारी राजयोगिनी रंजू दीदी ने विस्तार पूर्वक जानकारी दी।

समाज को गिफ्ट स्वरूप ‘ परमात्मा अनुभूति संग्रहालय का निर्माण करके देने वाले समाजसेवी एवं धर्म प्रेमी राम नारायण महतो को सभी ने दिल और जान सीख औऱ प्रेम से आभार व्यक्त किया ।

इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों को संस्था की ओर से सम्मानित भी किया गया ।समारोह के आयोजन में विशेष योगदान के लिए संस्था के सहयोग करने वालों के प्रति धन्यवाद भी दिया गया ।

कार्यक्रम के अध्यक्षा राजयोगिनी किरण दीदी जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि एक आदर्श समाज में नैतिक, सामाजिक व आध्यात्मिक मूल्य प्रचलित होते हैं ।उन्होंने कहा कि नवनिर्मित सुख, शांति भवन में देने वाली शिक्षाओं से मानव जीवन में कार्य कुशलता ,व्यवसायिक दक्षता ,बौद्धिक विकास एवं विभिन्न विषयों के साथ आपसी स्नेह, सत्यता पवित्रता ,अहिंसा ,करुणा, दया इत्यादि मानवीय मूल्यों के पाठ सभी को पढ़ाया जाएगा ।

मुख्य अतिथि बिहार सरकार के वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री माननीय नीरज कुमार सिंह बबलू जी ने अपना संबोधन देते हुए कहा कि वर्तमान समय में समाज के नर नारी एवं युवाओं को आध्यात्मिकता द्वारा ही नई दिशा मिलेगी ।उन्होंने ब्रम्हाकुमारीयों को आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 1937 में सिंध हैदराबाद में ओम मंडली के रूप में एक छोटा सा पौधा परमात्मा ने लगाया था। आज वह प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के रूप में विश्व में 150 देशों में एक वटवृक्ष के भांति सर्व मानव आत्माओं को सुख शांति की छाया दे रहा है।

सीमावर्ती क्षेत्र प्रभारी राजयोगिनी रंजू दीदी जी ने बताया कि परमात्मा शिव ने ज्ञान का कलश माताएं, बहनों को देखकर फिर से संसार में फैले हुए काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार इत्यादि आसुरी संस्कारों को संहार कर इस सृष्टि में देव मानव बनाने का कार्य परमात्मा माताओं बहनों के द्वारा करा रहे हैं।

बनेश्वर नेपाल सेवा केंद्र के मुख्य संचालिका राजयोगिनी दीपा दीदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि राजयोग की नित्य शिक्षा से हम अपने कर्म इंद्रियों को संयमित कर व्यवहार में निखार ला सकते हैं ।उन्होंने बताया कि जहां नारियों का सम्मान होता है।वहीं पर देवआत्माओं का वास होता है ।उन्होंने बताया कि नारियों के प्रति हमारी श्रेष्ठ भावना होना जरूरी है।

उक्त कार्यक्रम का संचालन ब्रह्मा कुमार दीपक भाई जी ओर किशोर भाइजी ने किया।
मौके पर वरिष्ठ समाजसेवी परमेश्वरी सिंह यादव, पूर्व प्रमुख एवं वर्तमान मुखिया विजय चौधरी ,भाजपा के सुपौल जिला अध्यक्ष राम कुमार राय, विश्व हिंदू परिषद सुपौल के पूर्व जिला अध्यक्ष अनिल कुमार महतो, एलआईसी ऑफ सर राम नगीना भगत, समाजसेवी प्रोफ़ेसर बैजनाथ भगत , डॉ वीरेंद्र प्रसाद साह, किशोर भाई, बालकृष्ण भाई, शशि रंजन भाई, मुकेश भाई आए हुए राजयोगी जगदीश भाई, दीपक भाई, रंजू दीदी, बबीता दीदी, कौशल्या दीदी, नीरा दीदी, कमला दीदी, किशोर भाई , शंकर भाई , रुकमा दिदी, डॉ वीरेंद्र प्रसाद साह , अनिल महतो, सुनील महतो, कृष्ण कुमार राय , दिलीप महतो ,वकील रामचंद्र इत्यादि सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

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