गंभीर रोग से ग्रसित लोगों की पहचान के लिए घर-घर जाएगी आशा कार्यकर्ता !
सुपौल/सरायगढ़: विमल भारती
गंभीर रोग से ग्रसित लोगों की पहचान के लिए घर-घर जाएगी आशा कार्यकर्ता !
बिहार/सुपौल: सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सभा भवन में गुरुवार के दिन आशा कार्यकर्ताओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार, आशा मैनेजर प्रफुल्ल प्रियदर्शी, केयर इंडिया के मंतोष कुमार चौधरी, डब्ल्यूएचओ से संजय कुमार शामिल थे।
प्रशिक्षण के दौरान डॉ संजय कुमार ने कहा कि अब आशा कार्यकर्ता विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के अलावे लोगों के घर-घर जाकर गंभीर रोग से ग्रसित लोगों की पहचान करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार वैसे लोगों की पहचान के लिए कार्यक्रम बनाई है जो घातक रोग से परेशान है। उन लोगों की एक सूची बनाई जाएगी और फिर उसे ऊपर भेजा जाएगा।
डॉ राजेंद्र प्रसाद ने कहा के 27 जून से पल्स पोलियो कार्यक्रम प्रारंभ हो रहा है, जिसमें सभी स्वास्थ्य कर्मी, आशा कार्यकर्ता, सेविका को सक्रिय योगदान देना है। प्रशिक्षण के दौरान नियमित रूप से चल रही कार्यक्रम पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
प्रशिक्षण के दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार ने कहा कि आशा कार्यकर्ता कोविड-19 टीकाकरण के 70% सफलता के लिए भी आगे बढ़कर काम करें। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्य को गति मिले इसके लिए लोगों को उत्साहित करने की जरूरत है। कुछ लोग जानबूझकर टीका नहीं लेना चाह रहे हैं, क्योंकि वह किसी न किसी रूप में भ्रमित हैं। ऐसे लोगों के बीच जाकर उसे कोविड-19 टीका के महत्व को बताया जाए।
प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों को बारीकी से रखा तथा उसे निचले स्तर तक ले जाने पर बल दिया। प्रशिक्षण में काफी संख्या में आशा कार्यकर्ता शामिल रही।