जर्जर व कीचड़मय सड़क दिखा रही विकास को आईना !
सुपौल/करजाईन: गौरीश मिश्रा
जर्जर व कीचड़मय सड़क दिखा रही विकास को आईना !
बिहार/सुपौल : भले ही विकास के इस दौर में शहर से लेकर गांव की गलियों तक चकाचक सड़कें बन गई हो। हर गांव को पक्की सड़क से जोड़ने के बड़े-बड़े दावे हो रहे हों।
लेकिन प्रशासनिक उपेक्षा एवं जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के चलते एनएच 57 से स्कूल होते हुए वार्ड नंबर 15, 12 ,14 होते हुए राम टोला बतरान, फिंगलास तक जानेवाली सड़क अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। कई वार्डों को जोड़नेवाली इस सड़क से प्रतिदिन सैकड़ों लोग सफर करते हैं। दिनभर वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। करीब पांच हजार की आबादी इस सड़क से जुड़ी हुई है, फिर भी किसी को इसकी सुध लेने की फुर्सत नहीं है।
सड़क में जगह-जगह बने गड्ढे व उबड़-खाबड़ सड़क इसकी जर्जरता को खुद बयां करती है। सड़क जर्जर होने के कारण दोपहिया व छोटे वाहन चालकों को तो भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके चलते इस मार्ग में अक्सर हादसे भी होते रहते हैं। इधर बरसात के दिनों में तो सड़क की हालत और भी नारकीय हो गई है। जगह-जगह टूटी सड़क कई जगह तो पूरी तरह कीचड़मय हो गई है। जिससे होकर निकलना राहगीरों को मुश्किल हो जाता है।
अब तो हालत यह है कि भाड़े के वाहन भी इस मार्ग से जाने को कतराते हैं। ऐसा नहीं है कि क्षेत्र के लोगों ने इस सड़क के पुनर्निर्माण की मांग जोर-शोर से नहीं उठाई। लेकिन उनकी आवाज सुननेवाला शायद कोई नहीं है। तभी तो इस क्षेत्र के लोगों के लिए यह सड़क कोढ़ में खाज बना हुआ है। स्थनीय सुतली उधोग के संचालक धीरज कंठ सहित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से अविलंब इस ओर पहल करने की मांग की है।