कोशी महासेतु के किनारे पोखर समीप से मिला नवजात !
सुपौल/सरायगढ़: विमल भारती
कोसी महासेतु के किनारे पोखर समीप से मिला नवजात !
बिहार/सुपौल: कोसी रोड महासेतु किनारे से सोमवार के दिन बबलू चौधरी के पोखर के पास लावारिस अवस्था में एक नवजात के मिलने से प्रखंड क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। नवजात को पोखर में मछली मारने गए मछुआरों के सहयोग से प्राथमिक स्वास्थ्य केेंद्र सरायगढ़ भपटियाही लाया गया।
पीएचसी में डॉ मोहसिन राजा ने उसके स्वास्थ्य की जांच की और बताया कि नवजात पूरी तरह से स्वस्थ है। नवजात को स्वास्थ्य केंद्र में रखा गया और मंगलवार के दिन ही बाल संरक्षण इकाई सुपौल के 4 सदस्य वहां पहुंचे जहां बच्चे को लेकर सुपौल कार्यालय चले गए।
स्वास्थ्य प्रबंधक मोहम्मद मिन्नतुल्लाह ने बताया कि नवजात को लेकर कागजी प्रक्रिया पूरी कर बाल संरक्षण इकाई को दिया गया है। संरक्षण इकाई के सदस्यों ने बताया नवजात को इच्छुक लोग ले सकते हैं लेकिन उसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
बताया कि जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा इच्छुक लोगों को नवजात दिया जाएगा तब तक उसे सुरक्षित रखा जाएगा। बाल संरक्षण इकाई सदस्य रंजीत कुमार, रमन कुमार, अशोक कुमार, नीतिमा कुमारी ने पूछने पर बताया कि जिले भर में जहां कहीं भी लावारिस अवस्था में नवजात पाए जाते हैं उसे पहले जिला कार्यालय में रखा जाता है, और फिर प्रक्रिया के तहत किसी को गोद लिया जाता है।
बताया कि नवजात के मिलने की विधिवत जानकारी स्थानीय थाना को भी दे दी गई है। इस दौरान वहां अस्पताल के लेखापाल राजीव रंजन मिश्रा अस्पताल कर्मी हरिनारायण यादव मछुआ पब्लिक मुखिया सहित कई लोग मौजूद थे। होली के दिन पोखर किनारे से नवजात मिलने की खबर पूरे प्रखंड क्षेत्र में फैल गई है, और यह चर्चा का विषय बना हुआ है। कई लोगों का कहना है कि जिसने भी होली के अवसर पर नवजात को होकर किनारे फेंक दिया उसकी जांच होनी चाहिए। समाचार प्रेषण तक नवजात के माता-पिता के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी थी।