मजदूरों से वसूले जा रहे तीन गुना अधिक किराए पर सरकार लगाए लगाम: इंतेखाब खान
डेस्क
मजदूरों से वसूले जा रहे तीन गुना अधिक किराए पर सरकार लगाए लगाम: इंतेखाब खान
बिहार/सुपौल: कोरोना के दूसरे लहर के चलते दिल्ली में लॉकडाउन और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा घर आने के ऐलान के साथ ही मजदूरों का बड़ा हुजूम अपने- अपने घर लौटने के लिए दिल्ली के बस स्टैंड पर पहुँचने लगे हैं।
सभी मजदूरों की टकटकी नजर अपने घर के आस में है, पिछले साल हुए अचानक लॉकडाउन के कठिनाई को देखते हुए मजदूर इस बार समय रहते ही अपने- अपने आशियाने को लौटना चाहते हैं, ऐसे मजबूरी में लोग बसों से अपने- अपने घर वापस आ रहे हैं और बस मालिकों को मुंहमांगा किराया दे रहे हैं।
जहां पहले दिल्ली से लालजी चौक तक का किराया 1000 रुपये चेयर और 1500 रुपये स्लीपर प्रति व्यक्ति था, लेकिन अभी प्रति व्यक्ति 3000 से 3500 रुपये तक वसूले जा रहे हैं, दिल्ली में लॉकडाउन लगने के बाद बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर वापस लौट रहे हैं। इसी बात का बस मालिक भरपूर फायदा उठा रहे हैं और मजदूरों से मनमाना किराया उसूल रहे हैं।
इस बढ़ती कोरोना के लहर में बसों में सोशल डिस्टेंस का रत्ती भर नाम निशान नहीं है, बस में सीट के अलावा लोगों को 1 फीट वाले रास्ते पर भी बिठाया जा रहा है, ना तो बसों में सेनेटाईज की व्यवस्था की गई है और ना ही लोगों को मास्क लगाने के लिए कहा जा रहा है, हालात यह है कि दो आदमी के सीट पर चार से पांच आदमी को बैठाया जा रहा है और उनसे दस हजार से 12 हजार रुपये तक वसूला जा रहा है, रास्ते में सैकड़ों जगह पुलिस प्रशासन के अधिकारी बसों को रोकते हैं लेकिन सिर्फ वह अपना पॉकेट गरम कर के बसों को जाने देते हैं।
इन्ही सब बातों से गुस्साए युवा इंतेखाब खान का कहना है कि सरकार जल्द से जल्द बस मालिकों पर कार्यवाही करे और बसों के किराये को तय करे, जिससे हमारे प्रवासी मजदूर भाइयों को परेशानी का सामना ना करना पड़े और वो सही सलामत अपने घर को लौट आएं।