मरीज की मौत पर ईलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने अस्पताल परिसर में काटा बवाल !
डेस्क
मरीज की मौत पर ईलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने अस्पताल परिसर में काटा बवाल !
बिहार/सुपौल: छातापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार की सुबह ईलाज को पहुंचे एक 45 वर्षीय मरीज की मौत हो गई।मृतक मो हारून छातापुर पंचायत के वार्ड13 का रहनेवाला था। सोमवार को सांस लेने में तकलीफ होने की समस्या आने पर परिजनों द्वारा उसे छातापुर पीएचसी लाया गया था।परन्तु इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
घटना से बिफरे मृतक के परिजनों ने पीएचसी परिसर में जमकर बवाल काटा। इस दौरान अस्पताल कर्मचारियों के साथ उनकी हाथापाई भी हुई। परिजनों का आरोप था कि ऑन ड्यूटी चिकित्सक द्वारा बगैर किसी जांच के ही उनके मरीज को इंजेक्शन लगा दिया गया जिससे उसकी मौत हो गई।
परिजन दोषी डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि डॉक्टर ने मरीज को ऑक्सीजन नही लगाया और ऑटो पर ही सुई दे दिया, जिस वजह से उसकी मौत हो गई।
उनका कहना था कि वे मृतक को पीएचसी लाने से पूर्व एक निजी नर्सिंग होम ले गए थे जहां ऑक्सीजन की आवश्यकता बताते हुए उसे छातापुर पीएचसी भेज दिया गया। परंतु पीएचसी में ऑक्सीजन लगाने के बजाय उसे लाइफ सेविंग ड्रग के रूप में तत्क्षण इंजेक्शन लगा दिया गया जिसके कुछ ही देर बाद मरीज ने दम तोड़ दिया।
घटना को लेकर मृतक के परिजनों समेत आस पास के लोगों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया।
हालांकि तत्क्षण मौके पर पहुंची छातापुर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में ले लिया। जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने शव को एसएच पर लिटाकर सड़क जाम कर दिया और नारेबाजी शुरू कर दी।
मौके पर पहुंचे बीडीओ अजीत कुमार सिंह तथा थानाध्यक्ष अभिषेक अंजन सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने आक्रोशित परिजनों को समझाबुझा कर शांत कराते हुए एसएच पर आवागमन बहाल कराया।