प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि भुगतान में मोटी रकम वसूलने का मामला आया सामने !
सुपौल: अभिषेक कुमार झा
प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि भुगतान में मोटी रकम वसूलने का मामला आया सामने !
इसकी जानकारी मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी ने तत्काल जांच का आदेश दिया है।
बिहार/सुपौल: सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के झिल्ला डुमरी पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 5 में गरीबों को मिले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाली राशि में आवास सहायक तथा कुछ अन्य लोगों द्वारा मोटी रकम वसूल किए जाने का मामला सामने आया है।
इसकी जानकारी मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार ने तत्काल जांच का आदेश दिया है।
जानकारी अनुसार गरीबों के झोपड़ीयों को पक्का मकान में बदलने के सरकार के योजना में झिल्ला डुमरी पंचायत में कार्यरत आवास सहायक तथा कुछ अन्य द्वारा लाभुकों से 10 से 20 हजार की राशि वसूली की जा रही है।
यह धांधली तब सामने आया जब आवास सहायक संजय कुमार ने 1 लाभुकों का घर पूर्ण हुए बगैर उसके अंतिम किस्त राशि भुगतान हेतु लिखित प्रतिवेदन आवास कार्यालय को दिया।
आवास सहायक द्वारा दिए गए प्रतिवेदन का सत्यापन आवास सुपरवाइजर राहुल कुमार द्वारा भी किया गया था।
मिली जानकारी अनुसार जब संबंधित लाभूक के आवास का जियो टैग की जांच की गई तो उसमें भवन अधूरा पाया गया।
इसके बाद भी उसके अंतिम किस्त की भुगतान मे कार्यालय द्वारा कोई रुचि नहीं दिखाई गई। जब उक्त लाभुक के राशि का भुगतान नहीं हुआ तब सहायक द्वारा बार-बार उसे भुगतान करने को कहा गया। कारण वह लाभुक सहायक पर इसके लिए दबाव बना रहे थे।
कहते हैं लाभुक
पूछने पर आवास लाभुक विमला देवी ने बताया कि उनसे अंतिम किस्त की राशि दिलाने के नाम पर सहायक द्वारा 10 हजार रुपये ले ली गई है।
लेकिन राशि खाते में नहीं आ रही है, जिस कारण उसकी परेशानी बढ़ी है। बताया कि पैसे के अभाव में वह अपना घर पूरा नहीं कर पा रही है।
इसी तरह से आवास लाभुक चनिया देवी तथा रीता देवी ने भी आवास सहायक तथा कुछ अन्य लोगों पर राशि लेने का मामला सामने लाया।
तीनों लाभुकों द्वारा एक लिखित आवेदन जिला पदाधिकारी को देते हुए तत्काल कार्रवाई का अनुरोध किया गया है।
यहां यह बता दें कि पिछले कुछ दिनों से नकली आवास सहायक द्वारा प्रधानमंत्री आवास लाभुकों से राशि ठगी करने का मामला सामने आ रहा था।
इसको लेकर जगह-जगह सतर्कता बरती जा रही थी कि बीच में ही कार्यरत आवास सहायक द्वारा ही लाभुक से राशि दिलाने के नाम पर पैसे ऐंठने का मामला सामने आ गया।
चर्चा यह भी जारी है कि प्रधानमंत्री आवास देने के नाम पर प्रतीक्षा सूची बनाने से लेकर राशि भुगतान तक में किस्त व किस्त संबंधित लाभुकों से राशि ली जाती है।
बोले आवास सुपरवाइजर
आवास सुपरवाइजर राहुल कुमार ने पूछने पर कहा कि उन्हें यह जानकारी मिली है लेकिन लाभुक को भुगतान करने से पहले उसकी जांच होगी।
यह पूछे जाने पर कि आखिर बगैर देखे अंतिम भुगतान हेतु अनुशंसा कैसे की गई, तो उन्होंने कहा कि यह सही नहीं है।
इधर आवास सहायक संजय कुमार से पूछने पर वो कुछ भी बताने से मुकर गए।
बोले प्रखंड विकास पदाधिकारी
प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार ने सोमवार के दिन बताया कि उनके संज्ञान में मामला आया है। संबंधित लाभुकों को भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच होगी और उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।