प्यार में सब कुछ जायज है, रांची की एक लड़की ने दिव्यांग से शादी कर कायम की मिसाल !
सुपौल: अभिषेक कुमार झा
प्यार में सब कुछ जायज है, रांची की एक लड़की ने दिव्यांग से शादी कर कायम की मिसाल !
बिहार/सुपौल: मोबाइल पर आई एक रौंग नंबर के कॉल से शुरू हुई बात धीरे- धीरे प्यार में बदल गई। झारखंड की युवती सुपौल के एक दिव्यांग युवक से प्यार कर बैठी। लेकिन जब बात शादी तक पहुंची तो दिव्यांग युवक ने अपनी लाचारी प्रेमिका को बता देने की ठान ली और उन्हें बता भी दिया। बाबजूद इसके प्रेमिका ने उसी से शादी करने की जिद कर दी और पहुँच गई सुपौल।
दरअसल प्रेमी युवक दोनो पैर से दिव्यांग है। लोग कहते हैं प्यार अंधा होता है, जिसमें ऊंच- नीच, अमीर- गरीब किसी भी फासले को नहीं देखा जाता। ठीक इसी बात को चरितार्थ किया है झारखंड की रहने वाली परी कुमारी ने।
जानकरी अनुसार एक साल पहले सुपौल सदर थाना क्षेत्र के बसबीट्टी गांव निवासी मुकेश कुमार जो दोनों पैर से दिव्यांग है और वह हाथ पर चलता है। उसे एक रॉन्ग नंबर से कॉल आया और बातें होने लगी फिर वह प्यार में तब्दील हो गया और प्यार परवान चढ़ा तो 1 साल तक प्रेम प्रसंग चली। जब लड़की परी ने दिव्यांग मुकेश पर शादी का दबाव बनाया तो मुकेश ने उसे सारी सच्चाई बताते हुए कहा कि वह दिव्यांग है दोनों पैर से लाचार है और वह हाथ पर चलता है। उसके बाद भी परी उससे शादी करने को राजी हो गई।
मुकेश ने अपना फोटो भी उसे व्हाट्सएप किया कि उसे पता चल सके कि मुकेश वाकई दिव्यांग है। परंतु प्यार के आगे सारी बेबसी परी को नागवार गुजरी और वह झारखंड से चलकर सुपौल के बसबीट्टी गांव पहुंच गई और मुकेश से शादी करने को अड़ गई।
जिसके बाद परी का पीछा करते हुए उसका भाई और पिता झारखंड से सुपौल पहुंचे, दोनों को सुपौल सदर थाना लाया गया। परी के परिजनों ने परी को लेकर झारखंड जाना चाहा लेकिन परी ने स्पष्ट शब्दों में अपने पिता और भाई को कहा कि हम साथ जीने और मरने की कसम खाकर घर से निकले हैं और हम मुकेश के साथ ही अपनी जिंदगी बिताएंगे। वह दिव्यांग है तो क्या हुआ हम खुद कमा कर उसे खिलाएंगे और दोनों ने सुपौल व्यवहार न्यायालय पहुंचकर कोर्ट मैरिज कर अपने प्यार को असल मुकाम तक पहुंचाया।