तानाशाही के बल नीतीश कुमार राजद कार्यकर्ताओं के आवाज को दबा रहे हैं: प्रदेश अध्यक्ष
सुपौल/सरायगढ़: विमल भारती
तानाशाही के बल नीतीश कुमार राजद कार्यकर्ताओं के आवाज को दबा रहे हैं: प्रदेश अध्यक्ष
बिहार/सुपौल: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तानाशाही के बल पर राजद कार्यकर्ताओं की आवाज को दबाने में लगे हैं। 23 मार्च को पटना में पहुंचे राजद कार्यकर्ताओं तथा प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी प्रसाद यादव पर जानलेवा हमला किया गया। वह सब नीतीश कुमार के इशारे पर उसके पुलिस ने की है। पटना में राजद कार्यकर्ताओं का जो खून बहा है वह कभी बेकार नहीं जा सकता।
उक्त बातें युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद कारी सौहेब ने शनिवार के दिन कोसी निरीक्षण भवन भपटियाही में प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पटना में घायल कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने के लिए वह ऐसे सभी जगह जा रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सुपौल जिले में सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के चिकनी गांव निवासी मनोज कुमार यादव, सरायगढ़ वार्ड नंबर 15 निवासी राजद कार्यकर्ता रामसुंदर मुखिया, मुरली निवासी राजद कार्यकर्ता महादेव यादव तथा किशनपुर प्रखंड के चिल्हवा गांव निवासी अभिनंदन कुमार पटना में पुलिस की मार से घायल हुए थे। उन्होंने कहा कि चारों कार्यकर्ताओं के घर पहुंच कर उसे सम्मानित करने का काम किया गया है।
प्रेस वार्ता में युवा राजद प्रदेश अध्यक्ष ने नीतीश कुमार की कड़ी आलोचना करते कहा कि अब वह दमनकारी नीति अपनाकर विपक्ष के आवाज को कमजोर करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार का जनाधार खत्म हो गया है और यही कारण है कि पुलिस के सहारे प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव तथा सदन में उपस्थित विधायकों के साथ मारपीट करवाया।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा इससे राजद पीछे हटने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि हम गांधीवादी तरीके से नीतीश कुमार को जवाब देंगे। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज महंगाई चरम पर है। विभिन्न विभागों के कर्मी हड़ताल पर हैं तो कई संगठन राज्य सरकार के नीति का विरोध करने में लगे हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पटना में राजद कार्यकर्ता नीतीश कुमार द्वारा चुनाव के समय 19 लाख लोगों को रोजगार देने का वादा का जवाब मांगने पहुंची थी। मुख्यमंत्री को अपने घोषणा के बारे में कार्यकर्ताओं को बताना था लेकिन उन्होंने उसके बदले लाठी चलाना शुरु कर दिया। पूरे प्रदेश के कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं।
उन्होंने पटना में पुलिस द्वारा लाठी पत्थर चलाने की कड़ी निंदा की। प्रदेश अध्यक्ष ने मधुबनी नरसंहार पर कहा कि वह सब भाजपा के नेताओं के इशारे पर हुआ है। प्रेस सम्मेलन में अध्यक्ष ने कहा कि जब-जब लोकतंत्र की हत्या हुई है तब -तब बिहार के लोग लालू प्रसाद यादव पर विश्वास व्यक्त किए हैं। उन्होंने पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं से कहा कि नीतीश कुमार के दमनकारी नीति से कोई नहीं डरे और गांधीवादी तरीके से उसके हर जुल्म का जवाब देने का काम करें।
प्रेस सम्मेलन के दौरान उनके साथ मोहम्मद दानिश, पूर्व विधायक यदुवंश कुमार यादव, युवा राजद जिला अध्यक्ष भूप नारायण यादव, छातापुर से प्रत्याशी रहे जहूर आलम, मरौना प्रखंड प्रमुख विद्या देवी, त्रिवेणीगंज से प्रत्याशी रहे संतोष सरदार, जयप्रकाश यादव, राजेश यादव, सीता राम मंडल, महफूज आलम, नीतीश मुखिया, मोहम्मद लालू, राजू यादव, रामनंदन यादव, सीताराम मंडल, संजय कुमार, सुनील कुमार, अनिल कुमार, रूद्र नारायण यादव, उपेंद्र प्रसाद, गणेश राम, सुरेश सादा आदि मौजूद थे।
सम्मेलन से पूर्व पूर्व विधायक यदुवंश कुमार यादव, प्रमुख विद्या देवी, जिला अध्यक्ष भूप नारायण यादव, मनोज कुमार यादव, राम सुंदर मुखिया आदि ने प्रदेश अध्यक्ष को माला से सम्मानित किया।