अफसरशाही, पंचायती राज व्यवस्था पर है कुठाराघात : मुखिया संघ
आशीष कुमार सिंह की रिपोर्ट
अफसरशाही, पंचायती राज व्यवस्था पर है कुठाराघात : मुखिया संघ
बिहार/सुपौल: छातापुर मुख्यालय स्थित एस डी बोरिंग स्कूल में रविवार को मुखिया जिला संघ की एक बैठक आयोजित की गई । संघ की जिला अध्यक्षा सह दीनापट्टी पंचायत की वर्तमान मुखिया अदिति स्वाति की अध्यक्षता में बैठक का संचालन संघ के जिला सचिव राजेश कुमार ने किया ।बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया की आज अफसरशाही काफी बढ़ चुकी है। बिहार सरकार व केंद्र सरकार द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों को प्रदत्त अधिकारों में लगातार कटौती की जा रही है। मुखिया को मनरेगा योजना का संचालन करना है,विद्यालय और आंगनबाड़ी की व्यवस्था सुधारनी है ।षष्ठी और पंद्रहवीं वित्त योजना के तहत प्रशासनिक स्वीकृति देनी है।यहां तक की चेक भी काटना है।
परंतु विडंबना देखिए की इसके लिए जिला अधिकारी से चिट्ठी मिलती है की आप जेम पोर्टल के माध्यम से अमुक जगह से ही खरीददारी कीजिए।यह पंचायती राज व्यवस्था पर एक गहरा कुठाराघात है। यह सरासर अफसरशाही को बढ़ावा देना है।आयोजित बैठक में जिला के विभिन्न पंचायतों के मुखिया व मुखिया प्रतिनिधियों ने अपने-अपने पंचायतों की समस्याओं से एक दूसरे को अवगत कराया। उसके समाधान के लिए संघ की बैठक में निर्णय लेने के उपरांत ही आगे की रणनीति तैयार करने का निर्णय लिया गया।
जिसमें संगठन के मजबूती पर चर्चा, पंचायती राज में प्रदत अधिकार को जिला प्रशासन के द्वारा हनन करने, मानदेय भत्ता बढ़ाने, प्रतिनिधियों कि सुरक्षा, मानदेय तथा बीमा व्यवस्था लागू करने, सामग्री के दर निर्धारण, ग्राम पंचायत को प्रशासनिक अधिकार बढ़ाने, कबीर अंत्येष्टि योजना का नगद भुगतान करने, मनरेगा योजना में मजदूरी दर में वृद्धि व योजना में 40% किराया का प्रावधान, उपयुक्त मांगे नहीं मानने पर जिला व राज्य प्रशासन के विरुद्ध धरना प्रदर्शन करने की रणनीति तैयार करने का निर्णय लिया गया।बैठक में रंजीत प्रसाद सिंह, मो० अबुल हसन, किशोर कुमार मुन्ना, संजीत चौधरी, शोभा देवी, जयप्रकाश यादव, राजेश चौधरी, अनिल प्रसाद यादव, जय कृष्ण मंडल, मनोज पासवान, सीतानंद झा, महानंद प्रसाद यादव, संतोष मंडल, मनोज राय, मकसूद मसन के साथ बड़ी संख्या में मुखिया गण उपस्थित थे।