चिता के पास से लोगों ने लौटाया शव !
सुपौल/सरायगढ़: विमल भारती
चिता के पास से लोगों ने लौटाया शव !
करजाईन बाजार के एक व्यक्ति के कोरोना से सुपौल में हुई थी मौत !
बिहार/सुपौल: रविवार के दिन भपटियाही बाजार समीप कोसी नदी किनारे से लोगों ने चिता के पास से एक लाश को बिना जलाए वापस करा दिया। राघोपुर प्रखंड के करजाईन बाजार वार्ड नंबर 14 निवासी शिव शंकर कुमार 38 वर्ष की मौत कोरोना के कारण सुपौल सदर अस्पताल में हो गई।
मृतक के परिजनों ने लाश को अस्पताल के एंबुलेंस में लादकर भपटियाही समय पर कोसी नदी के किनारे जलाने का प्रयास किया। तब तक स्थानीय लोग वहां पहुंच गए और विरोध करने लगे। लोगों का कहना था कि कोरोना संक्रमित होने पर मौत के बाद मृतक का अपने गांव में संस्कार करना चाहिए। लोगों ने इसकी जानकारी अनुमंडल पदाधिकारी को दी। अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश पर भपटियाही थाना अध्यक्ष राघव शरण पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे। भपटियाही अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक मोहम्मद मिन्नतुल्लाह भी वहां जाकर स्थिति का जायजा लिया।
ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए थाना अध्यक्ष ने लाश को वापस करजाईन ले जाने को कहा। फिर सदर अस्पताल के एंबुलेंस से ही लाश को मृतक के परिजन करजाइन लेकर चले गए। जाते समय मृतक के परिजनों ने कहा कि वह सब कोसी नदी के किनारे लाश को जलाने के लिए इसलिए पहुंचे थे की मृतक के घर कोहराम ना मचे। उन लोगों ने बताया कि मृतक की पत्नी करजाइन वार्ड नंबर 14 की आंगनवाड़ी सेविका है। उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं। बीमार पड़ने पर उसे सिमराही अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से सुपौल रेफर किया गया था। सुपौल सदर अस्पताल में आज उसकी मौत हो गई और फिर एंबुलेंस से कोरोना बैग में डालकर उसे घर भेजा गया था।
एंबुलेंस चालक ने बताया कि मृतक के परिजनों ने उन्हें कोसी नदी के किनारे लाश ले जाने को कहा उसी कारण वहां लाश को उतार दिया। लेकिन जब स्थानीय लोग कड़ा विरोध करने लगे तो फिर लाश को एंबुलेंस में लेकर करजाईन जा रहे हैं।