कोरोना काल में मार्च माह का अनाज नहीं देने पर लाभुकों ने मचाया हंगामा !

सुपौल/सरायगढ़: विमल भारती

कोरोना काल में मार्च माह का अनाज नहीं देने पर लाभुकों ने मचाया हंगामा !

बिहार/सुपौल: सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के पिपरा खुर्द पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 5 तथा वार्ड नंबर 6 के जन वितरण विक्रेता शिव कुमार राम के दुकान पर बुधवार के दिन कई लाभुकों ने जमकर हंगामा किया।

लाभुकों का कहना था कि विक्रेता शिव कुमार राम मार्च माह का अनाज नहीं दे रहे हैं। जनवरी माह में जनवरी और फरवरी माह का एक साथ अनाज दिया था। मार्च माह के अनाज के बारे में बोले थे कि अप्रैल माह के अनाज के साथ ही मार्च माह का भी अनाज दे देंगे। लेकिन जब अप्रैल माह के अनाज का वितरण शुरू किया तो मार्च माह का अनाज नहीं दे रहे हैं और उल्टे धमकी दे रहे हैं। विक्रेता के यहां बुधवार के दिन अनाज लेने पहुंचे महिला तथा पुरुष लाभुकों ने डीलर पर बार-बार मनमानी करने का भी आरोप लगाया। विरोध के दौरान लाभुक तथा विक्रेता के बीच तनाव पैदा होते होते बचा।

पूछने पर कई लाभुकों ने बताया कि जन वितरण विक्रेता शिव कुमार राम बार-बार इस तरह की धांधली किया करते हैं। बताया कि पिछले कोरोना काल में भी डीलर के द्वारा धांधली की गई थी और शिकायत पर विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाई नहीं की गई। लाभुकों का कहना था कि वितरण के समय विक्रेता कम अनाज देते हैं तथा अधिक राशि भी ले लेते हैं।

घर-घर जाकर ई पॉस मशीन पर अंगूठा ले लेते हैं और फिर दुकान पर आने पर अनाज देने से मुकर जाते हैं। लाभुकों का कहना था कि इस बार वह सब डीलर के खिलाफ ऊपर तक शिकायत कर रहे हैं। बताया कि वह सब लिखित रूप में भी आवेदन पदाधिकारियों को देंगे तथा विक्रेता के मनमानी की जांच कर तत्काल कार्रवाई का अनुरोध करेंगे।

पूछे जाने पर विक्रेता शिव कुमार राम ने बताया कि वार्ड क्षेत्र के लाभुक उन पर झूठा इल्जाम लगा रहे हैं। विक्रेता का कहना था कि उनके द्वारा मार्च माह का अनाज दे दिया गया है।

उधर लाभुकों के शिकायत के बाबत प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी रामानंद द्विवेदी से उनके मोबाइल पर संपर्क किया। उन्होंने कहा कि लाभुकों का शिकायत उन तक भी पहुंचा है। प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा कि डीलर शिव कुमार राम उनका फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं। प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा कि लाभुकों के शिकायत को देखते हुए डीलर के घर पर पहुंचकर जांच होगी तथा उस पर आवश्यक कार्यवाई की जाएगी।

यहां यह बता दें कि पिछले कोरोना काल के दौरान जब लॉकडाउन लगा था तो उस समय भी प्रखंड क्षेत्र के कई विक्रेताओं द्वारा गरीबों के राशन और किरासन का हक मारी किए जाने का मामला सामने आया था। कुछ विक्रेताओं के गोदाम में निर्धारित आवंटन से कई गुना अधिक अनाज भेजे जाने की भी बातें सामने आई थी और जांच के दौरान वैसे सभी मामले को रफा-दफा कर दिया गया था। एक बार फिर जब करोना संक्रमण काल में मई तथा जून माह में सरकार ने जन वितरण दुकान के माध्यम से प्रत्येक परिवार के लोगों को मुफ्त में अनाज देने की घोषणा कर रखी है तो कई विक्रेताओं की धांधली सामने आने लगी है।

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