फूलों के रंग-गुलाल से बुजुर्गों ने किया खुशी का इजहार !
सुपौल/करजाईन: गौरीश मिश्रा
फूलों के रंग-गुलाल से बुजुर्गों ने किया खुशी का इजहार !
बिहार/सुपौल: जाति, धर्म व संप्रदाय से ऊपर उठकर रंग-बिरंगे परिधान में उमड़ा बुजुर्गों का सैलाब। फूलों के गुलाल से खिलखिलाते चेहरे। ढोल-मजीरों की थाप के बीच होली के गीतों व जोगीरा से गुलजार विशाल पंडाल। कुछ ऐसा की नजारा
था बसंतपुर प्रखंड के संस्कृत निर्मली स्थित बुजुर्ग संसाधन केंद्र का। मौका था अक्षयवट बुजुर्ग महासंघ के तत्वाधान में बुजुर्गों के लिए समर्पित संस्था हेल्पेज इंडिया के सहयोग से आयोजित होली मिलन समारोह का।
रंग-बिरंगे फूलों से खेली गई इस अनूठी होली समारोह में दरभंगा, मधुबनी एवं सुपौल जिले के प्रतापगंज, बसंतपुर, राघोपुर व छातापुर प्रखंड के हजारों बुजुर्गों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम को लेकर बुजुर्गों में उत्साह इस कदर था कि बुजुर्ग ढोल- मजीरे के थाप पर झूमते-गाते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। अक्षयवट बुजुर्ग महासंघ के अध्यक्ष सीताराम मंडल की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ नवकान्त झा, तनु प्रिया, मुरारी, त्रिपुरारी के स्वागत गान से किया गया।
तत्पश्चात आगत अतिथियों का पाग, अंगवस्त्र एवं माला पहनाकर स्वागत किया गया। इसके बाद राष्ट्रीय निदेशक (आपदा व आजीविका प्रबंधन) गिरीश चंद्र मिश्र, हेल्पेज इंडिया के बिहार राज्यप्रमुख आलोक कुमार वर्मा, बिहार व झारखंड राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी अभिषेक कुमार, पूर्व मुखिया जयकृष्ण झा, बालकृष्ण झा, देवकृष्ण झा, अक्षयवट बुजुर्ग महासंघ के संरक्षक सुरेश चंद्र मिश्र, सचिव हेमलता देवी, कोषाध्यक्ष सत्यनारायण सिंह, वयोवृद्ध कमल नारायण सिंह, मोहन मंडल, हेल्पेज इंडिया के झंझारपुर व सुपौल जिला परियोजना पदाधिकारी ज्योतिष कुमार झा, राकेश क्षत्रिय ने बुजुर्गों के साथ फूलों की होली खेली। वहीं आगत अतिथियों ने कुसहा त्रास्दी के बाद इस क्षेत्र के बुजुर्गों के कल्याण के लिए संस्था द्धारा किए गए कार्यों की भूरि- भूरि प्रशंसा की। मंच संचालन संजय कुमार मिश्र ने किया।
फूलों की होली के पश्चात् सामूहिक भोज का आयोजन किया गया, जिसमें जाति-पांति व धर्म से ऊपर उठकर एक पांति बैठकर भोजन कर बुजुर्गों ने वहां मौजूद युवा पीढ़ी को सामाजिक समरसता की पाठ सिखाई। कार्यक्रम के सफल आयोजन में संस्था के कार्यकर्ता जितेंद्र झा, राजकुमार मिश्र, टेक नारायण यादव, नूर आलम, मु. हासिम, बालगोविंद मेहता, फूलचंद्र मेहता, बेचू शर्मा, अशोक मंडल, गुड्डू मिश्र, लीलाकान्त झा, नवीन मिश्रा, विनोद यादव, जितेंद्र यादव, जगदीश मेहता, पारस देव, रामशरण मेहता, उर्मिला देवी, मिश्रीलाल यादव, बच्चे लाल मंडल, हरिमोहन पासवान सहित संस्था के सामाजिक कार्यकर्ता एवं बुजुर्गों का सराहनीय सहयोग रहा।