गोद लेने के बाद पहली बार पंचायत भ्रमण पर पहुंचे डीएम, समस्याओं की लगी झड़ी !
छातापुर: आशीष कुमार सिंह
गोद लेने के बाद पहली बार पंचायत भ्रमण पर पहुंचे डीएम, समस्याओं की लगी झड़ी !
बिहार/सुपौल: छातापुर प्रखंड के झखाड़गढ़ पंचायत को गोद लिए जिलाधिकारी कौशल कुमार प्रथम बार भ्रमण के लिए पंचायत पहुंचे । पंचायत स्थित मनरेगा भवन में अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व लोगों के साथ बैठक की। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी एस जेड हसन, बीडीओ रीतेष कुमार सिंह, सीओ उपेन्द्र कुमार, बाल विकास पदाधिकारी अनिता चौधरी, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संतोष कुमार, मनरेगा पीओ कौशल रॉय आदि मौजूद थे।
इस दौरान जिलाधिकारी ने बैठकर ग्रामीणों से क्षेत्र की समस्या की जानकारी लेते हुए मौके पर उपस्थित अधिकारियों को समस्या का निदान का निर्देश दिया। बैठक के तत्पश्चात डीएम ने योजनाओ की समीक्षा के दौरान एक एक पदाधिकारियों की क्लास लगाई और क्रियान्वयण से लेकर अधतन स्थिती से अवगत हुए। जिसके बाद डीएम ने वार्ड छह स्थित नल जल योजना की टंकी पर जाकर वस्तुस्थिती से अवगत हुए और मापक यंत्र से जल के गुणवत्ता की जांच की गई। जल की जांच में आयरन पाया गया। जिसके बाद डीएम का काफिला सुरसर नदी के पार गया और विभिन्न योजनाओ की स्थलीय जांच की गई । पंचायत के मुखिया पति भूपाल सिंह, सरपंच प्रतिनिधि सुमन साह सहित वार्ड सदस्यों एवं मौजूद ग्रामीणों से विभिन्न विभाग से जन समस्याओ से अवगत हुए।
जहां नल जल योजना, जनवितरण प्रणाली, शिक्षा विभाग व बाल विकास परियोजना की व्यापक शिकायत मिलने पर डीएम ने नाराजगी जाहिर की। तदुपरान्त डीएम ने संबंधित पदाधिकारियों को व्यवस्था मे सुधार के लिए निर्देश दी । इस दौरान ग्रामीणों ने सुरसर नदी पर प्रस्तावित पुल निर्माण अबतक नहीं होने की शिकायत की। वहीं सुरसर नदी में साल दर साल हो रहे भीषण कटाव में करीब सौ एकड़ जमीन नदी में विलीन हो जाने की जानकरी दी । लोगों ने कहा कि विद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्था एवं एमडीएम योजना की स्थिती भी बेहद ही दयनीय है । वहीं यूरिया व खाद की किल्लत, राशन कार्ड बनाने या सुधार कराने में अवैध वसुली, विद्युत ट्रांसफर्मर की कमी, सिचाई प्रबंधन की समस्या सहित कई अन्य समस्याओ से अवगत कराया।
डीएम ने कहा कि सुरसर नदी मे शिवनी घाट पर पुल निर्माण के लिए भेजे गए प्रस्ताव की वे समीक्षा करेंगे और उस दिशा में सार्थक पहल की जाएगी। वहीं नदी में हो रहे कटाव का जायजा लेने के लिए अभियंताओं की टीम को भेजा जाएगा। डीएम ने वार्ड सदस्यों को विद्यालय एवं ऑगनवाडी केंद्र का निरीक्षण कर संबंधित पदाधिकारी को प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा। ताकि गडबडी करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा सके। वहीं मुखिया पति से 15वीं मद की राशि से विद्यालय भवन एवं ऑगनवाडी केंद्र का निर्माण करने की सलाहियत दी।