जिला पदाधिकारी महेंद्र कुमार ने राजकीय औषधालय लालगंज का किए निरीक्षण !
सुपौल/सरायगढ़: विमल भारती
जिला पदाधिकारी महेंद्र कुमार ने राजकीय औषधालय लालगंज का किए निरीक्षण !
बिहार/सुपौल: सुपौल जिला पदाधिकारी महेंद्र कुमार ने सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के राजकीय औषधालय लालगंज का निरीक्षण किए।
निरीक्षण के समय अस्पताल परिसर में सिविल सर्जन इंद्रजीत प्रसाद, डीपीएम बाग कृष्ण चौधरी, प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमारी श्वेता, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रामनिवास प्रसाद, डॉ अमित प्रकाश, डॉक्टर सत्येंद्र कुमार सत्या, स्वास्थ्य प्रबंधक मोहम्मद मिनतुल्ला, आशा मैनेजर प्रफुल्ल प्रियदर्शी, लेखापाल राजीव रंजन झा, एएनएम विद्या कुमारी, मुंगालाल आदि मौजूद थे।
अस्पताल पहुंचते ही डीएम ने वहां नियुक्त डॉ अमित प्रकाश से उपलब्ध संसाधन तथा रोगियों को दिए जाने वाले सुविधा के बारे में विस्तृत जानकारी लिए। डीएम ने इस दौरान प्रतिनियुक्त चिकित्सक सत्येंद्र कुमार सत्या से भी पूछताछ की। डीएम ने कहा कि राजकीय औषधालय लालगंज का अभी-अभी संचालन शुरू हुआ है और उसमें आवश्यक संसाधन देने में थोड़ा वक्त लगेगा। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे मरीजों की संख्या बढ़ती जाएगी उसी तरह से संसाधन उपलब्ध कराए जाते रहेंगे।
जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से अस्पताल में वर्तमान में उपलब्ध संसाधन की जानकारी ली। डीएम ने कहा कि राजकीय औषधालय लालगंज के नियमित रूप से चलने से कई गांव के लोगों को दूर के अस्पताल में जाने से राहत मिलेगी। डीएम ने अस्पताल परिसर में उपस्थित मनोज कुमार साह, लाल बाबा सुरजन, आरएन यादव, लक्ष्मण प्रसाद, दिनेश शाह, मोहम्मद हतिम, जयनाथ शाह आदि से कहा कि सभी लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन करें। डीएम ने कहा कि मास्क पहने और सामाजिक दूरी बनाकर रखें ताकि कोरोना के संक्रमण से लोग दूर रह सके।
डीएम ने कहा कि कोरोना संक्रमण को कोई भी लोग हल्के में नहीं ले। जानकारी अनुसार ऐसी संभावना हो सकती है कि संक्रमण एक बार फिर बढ़ सकता है। इस कारण लोग सतर्क रहें। निरीक्षण के दौरान स्थानीय लोगों ने अस्पताल में महिला चिकित्सक देने का अनुरोध किया। जिला पदाधिकारी ने कहा कि धीरे-धीरे सब कुछ होगा लेकिन फिलहाल डॉक्टरों की कमी के कारण ऐसा संभव नहीं है।
अभी पीएचसी में भी लेडीस डॉक्टर की नियुक्ति नहीं हो पाई है। डीएम ने अस्पताल के चिकित्सक तथा कर्मियों से कहा कि वह सभी नियमित रूप से ओपीडी चले और लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएं।