रामनगर के रौशन को बीपीएससी की परीक्षा में मिली सफलता से परिवार में खुशी !
सुपौल/सरायगढ़: विमल भारती
रामनगर के रौशन को बीपीएससी की परीक्षा में मिली सफलता से परिवार में खुशी !
बिहार/सुपौल: सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड क्षेत्र के शाहपुर पृथ्वी पट्टी पंचायत अंतर्गत रामनगर गांव के रौशन कुमार ने बीपीएससी की परीक्षा में 469 रैंक लाकर अपने परिवार तथा गांव का नाम रोशन किया है। उनके इस सफलता पर परिवार में काफी खुशी छाई है। परिवार के लोग उन्हें मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार कर रहे हैं।
रौशन कुमार डिग्री कॉलेज सुपौल के प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार पांडे का पुत्र है। उनकी मां राजकुमारी देवी हमेशा से उसे आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित थी। अपने कामयाबी पर बोलते हुए रौशन कुमार ने गुरुवार के दिन कहा युवा सिमराही उच्च विद्यालय से मैट्रिक की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद वह डिग्री कॉलेज सुपौल से आईएससी और पुणे से बीटेक तथा पटना से एमटेक की पढ़ाई पूरी की। रौशन कुमार ने कहा कि वह इससे पूर्व रेलवे जेई तथा ssc-jee की परीक्षा में भी चयनित हो चुका है। लेकिन उनकी इच्छा बीपीएससी परीक्षा में सफल होने की थी।
रौशन कुमार ने कहा युवा सहायक अभियंता के पद पर चयनित हुए हैं और इससे उन्हें काफी खुशी है। रौशन कुमार ने बताया कि उसके कामयाबी में उनकी माता पिता सहित परिवार के सदस्य डॉ विनोद पांडे, डॉ दीपक कुमार, अधिवक्ता जय नारायण पांडे, राजेंद्र पांडे, संजय पांडे, विजय पांडे, पशुपति पांडे, प्रमोद पांडे, मनोज पांडे, शेखर पांडे, अरुण पांडे, संतोष पांडे, जूली रानी और भाई डॉक्टर दीपक कुमार का हमेशा सहयोग मिलता रहा।
रौशन कुमार ने कहा उनके परिवार के सदस्यों द्वारा हौसला बनाए जाने के कारण ही वह इस कामयाबी पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि अपने कामयाबी के लिए वह गांव के लोगों के प्रति भी आभारी हैं। रोशन के पिता सुरेंद्र कुमार पांडे तथा माता राजकुमारी देवी ने कहा किया उनके लिए बड़े गर्व का समय है। बताया कि उन लोगों को यह विश्वास था कि रोशन कुमार एक दिन अच्छा मुकाम हासिल कर दिखाएगा। प्रोफेसर सुरेंद्र पांडे ने बताया की रोशन की कामयाबी से गांव के लोगों मे भी खुशी है।
रौशन कुमार के बीपीएससी परीक्षा में कामयाबी हासिल कर सहायक अभियंता पद पर चयनित होने पर रामनगर गांव के कई लोगों ने उन्हें बधाई देते कहा की रौशन कुमार से गांव के और लड़कों को सीख मिलेगी। लोगों ने बताया कि मेहनत का फल कभी बेकार नहीं जाता और इसको रौशन कुमार ने साबित कर दिखाया है।