शिक्षा जगत के प्रथम शिक्षक ज्योतिबा फुले की जयंती शांति पूर्ण ढंग से मनाया गया !
सुपौल/जदिया: श्रवण जयसवाल
शिक्षा जगत के प्रथम शिक्षक ज्योतिबा फुले की जयंती शांति पूर्ण ढंग से मनाया गया !
बिहार/सुपौल: जदिया थाना क्षेत्र के मानगंज में महान समाज सुधारक नारी शिक्षा के प्रणेता बहुजन नायक ज्योतिबा राव फुले का जयंती समारोह सादगी पूर्ण तरीके से सामाजिक दूरी का पालन करते हुए मानगंज गोठ के बाढ आश्रय स्थल के प्रांगण में किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय युवा महासंघ के अध्यक्ष इंजीनियर एलके निराला ने किया ।
मुख्य वक्ता कृष्णा राज ने सभा को संबोधित करते हुए कहा राष्ट्रपिता ज्योतिबा फुले एक नए युग का शंखनाद किए थे। उन्होंने ही सर्वप्रथम सावित्रीबाई फुले को जो उनकी पत्नी थी उनको शिक्षा दान देकर नारी शिक्षा का मार्ग प्रशस्त किए थे ।
सावित्रीबाई फुले एवं ज्योतिबा फुले ने मिलकर सर्वप्रथम बालिका विद्यालय का स्थापना भी 1848 में किए थे । ज्योतिबा राव फुले आजीवन छुआछूत, जाति प्रथा समाज में गैर बराबरी और असमानता के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे। जिस कारण समाज से भी उनको बेदखल होना पड़ा। उन्होंने संकल्प लिया था कि मैं एक ऐसे नया समाज का निर्माण करूंगा जिसके अंतर्गत जाति प्रथा, छुआछूत, भेदभाव, ऊंच-नीच, गैर बराबरी, अंधविश्वास, पाखंडवाद का लवलेश भी नहीं होगा और उन्होंने ऐसा करके भी दिखाए।
उनके कथनी और करनी समान थे ।उन्होंने सत शोधक समाज का निर्माण कर समाज को एक नया विकल्प दिया।
मुख्य अतिथि पूर्व जिला परिषद अशोक यादव एवं मुन्नी कुमारी, सरपंच धीरेंद्र यादव, श्रवण कुमार उपस्थित रहे।
दिलीप यादव ने कहा उनके बताए गए मार्ग पर चलकर ही समाज को जाति प्रथा, छुआछूत के दलदल से बाहर कर सकते हैं। इसके लिए युवाओं को आगे आना पड़ेगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सिंटू कुमार मेहता, नीतीश कुमार, गोपाल कुमार, शंकर कुमार मेहता , मनोज राम ,उदय कुमार,मनीष कुमार, सिवेन्दर कुमार महतो ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पंकज ऋषिदेव, संजय यादव, सुमन कुमार, सज्जन कुमार, जय कुमार, राकेश कुमार रजक आदि उपस्थित रहे ।