विद्यालय में बच्चों की जगह बैठी थी बकरी , लोगों में नाराजगी !

सुपौल/सरायगढ़: विमल भारती

विद्यालय में बच्चों की जगह बैठी थी बकरी , लोगों में नाराजगी !

बिहार/सुपौल: विद्यालय में जहां बच्चों को बैठना है उस जगह पर बकरी दिखाई दी तो अभिभावकों ने नाराजगी जताया। बात सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय सियानी उर्दू की है। बुधवार को दोपहर के समय विद्यालय में 3 शिक्षक मौजूद थे लेकिन बच्चे नहीं थे। जहां बच्चों को बैठना था उस जगह पर बकरी बैठी थी। विद्यालय प्रधान ने बताया कि वहां 90 छात्र-छात्राओं का नामांकन है। लेकिन छात्र-छात्रा विद्यालय नहीं आए हैं। विद्यालय में मिड डे मील भी नहीं बन रहा था। प्रधान का कहना था कि जब बच्चे ही नहीं आते हैं तो दोपहर का भोजन किसके लिए बनाया जाए।

विद्यालय के अगल-बगल कुछ अभिभावक वहां की स्थिति पर काफी नाराज दिखाई दिए। ऐसे अभिभावकों का कहना था कि विद्यालय में शिक्षक है और सरकार द्वारा पर्याप्त व्यवस्था भी दी गई है लेकिन पढ़ाई लिखाई नहीं होती है। सियानी को घनी आबादी वाला गांव कहा जाता है और उस बीच में एकमात्र प्राथमिक विद्यालय है। अभिभावकों का कहना था कि विद्यालय के शिक्षक पठन-पाठन के प्रति गंभीर नहीं है जिसका उदाहरण यह है कि बच्चों के जगह बकरी बैठी रहती है।

अभिभावकों का कहना था कि विद्यालय का विभागीय पदाधिकारी द्वारा निरीक्षण भी नहीं किया जाता है। संयोग से कोई पदाधिकारी आ भी गए तो विद्यालय में लचर व्यवस्था देखने के बाद भी कार्रवाई नहीं करते जिससे शिक्षक बेखौफ बने हुए हैं। हालांकि प्रधान का कहना था कि यह हालात सिर्फ आज की ही है पहले बच्चे आया करते थे। प्रधान से जब यह पूछा गया की पढ़ाई के समय में विद्यालय भवन में बकरी क्यों बैठी रहती है तो कुछ नहीं बोली।

मध्यान भोजन के प्रखंड साधन सेवी संजीव कुमार ने कहा कि प्राथमिक विद्यालय सियानी उर्दू में मिड डे मील बंद होने और बच्चों के नहीं रहने की जांच होगी। उन्होंने कहा कि जांच प्रतिवेदन उच्चाधिकारी को दिया जाएगा ताकि इसके लिए आवश्यक कार्रवाई हो सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यालय में दोपहर का भोजन दिया जाना आवश्यक है। इसके लिए विद्यालयों में चावल आवंटित कर दिया गया है।

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