वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के गठन के दौरान ग्रामीणों के बीच मारपीट !
सुपौल/राघोपुर: सुरेश कुमार सिंह
वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के गठन के दौरान ग्रामीणों के बीच मारपीट !
बिहार/सुपौल: राघोपुर प्रखंड क्षेत्र के हरीपुर पंचायत स्थित पंचायत भवन के प्रांगण में शनिवार को वार्ड संख्या 8 और 10 वार्ड में वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के गठन के दौरान ग्रामीणों के बीच भयंकर मारपीट हो गया। हालांकि स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप पर मामला को शांत करवाया गया। जानकारी देते स्थानीय लोगों ने बताया की राघोपुर के प्रभारी बीपीआरओ द्वारा पूर्व में भी पत्र निर्गत कर वार्ड सचिव के गठन हेतु समय तय किया गया था। जिसमें वार्ड सदस्य के अध्यक्षता में वार्ड सचिव का गठन किया जाना था।
लेकिन लगातार तीन बार बीपीआरओ के द्वारा तय समय पर हरीपुर के वार्ड संख्या 10 के वार्ड सदस्य द्वारा सचिव गठन में भाग नहीं लिया गया। उसके बाद जिलाधिकारी सुपौल के आदेश पर राघोपुर के प्रभारी बीडीओ द्वारा पत्र जारी कर बीते 28 मार्च तक वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति का गठन करने का निर्देश दिया गया था। जिसमें कहा गया था की वार्ड सदस्य द्वारा वार्ड सभा का आयोजन नहीं करने की स्थिति में सम्बंधित ग्राम पंचायत के मुखिया अथवा मुखिया द्वारा अधिकृत किए जाने पर ग्राम पंचायत के उप मुखिया बैठक का संयोजन तथा बैठक की अध्यक्षता कर वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति का गठन करवा सकते है।
लोगों ने बताया की प्रभारी बीडीओ के आदेश पर बीते 28 मार्च को ही हरीपुर पंचायत के वार्ड संख्या 10 के वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति का गठन कर लिया गया था। जिसकी सुचना स्थानीय मुखिया के द्वारा प्रभारी बीडीओ को भी दे दिया गया था फिर भी प्रभारी बीडीओ विनीत कुमार कुछ खास लोगों के प्रभाव में आकर चयन प्रक्रिया होने के बावजूद भी हरीपुर पंचायत के वार्ड 10 का वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के गठन हेतु दूसरा तिथि 2 अप्रैल तय कर दिया। लोगों ने कहा की राघोपुर के प्रभारी बीडीओ खास लोगों के प्रभाव में आकर लोगों को लड़ाना चाहते है। जिसका परिणाम है की आज ग्रामीण आपस में लड़कर एक दूसरे का दुश्मन बन गया है। लोगों ने कहा की चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी आरडीओ के द्वारा 2 अप्रैल का समय निर्धारण करने को लेकर पंचायत के उपमुखिया अनीता देवी सहित अन्य ग्रामीणों ने
एक लिखित आवेदन एसडीएम बीरपुर को देकर मामले के जांच कर उचित कार्रवाई की भी गुहार लागाई थी, फिर भी प्रभारी बीडीओ द्वारा मनमानी पूर्वक पुनः वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के गठन हेतु नोडल पदाधिकारी के रूप में पंचायत सचिव राजेंद्र यादव और नोडल कर्मी के रूप में आवास सहायक शशि रंजन को भेज दिया गया। उधर ग्रामीणों को आपस में लड़ते देख और तनाव को बढ़ते देख वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति का गठन करवाने पहुंचे नोडल पदाधिकारी एवं नोडल कर्मी वहा से किसी तरह निकल कर प्रखंड कार्यालय पहुंचे।
वही राघोपुर थाना से प्रतियुक्त पुलिस पदाधिकारी लोगों की आपसी तनाव को कम करवाकर सभी को समझा बुझाकर वहा से घर भेज दिया। इस बावत राघोपुर के प्रभारी बीडीओ विनीत कुमार ने बताया की प्रखंड कार्यालय के द्वारा जारी पत्र के अलोक में 28 मार्च तक ही चयन किया जाना था, लेकिन वहा 31 मार्च को बिना वार्ड सदस्य के उपस्थिति में किस आधार पर चयन किया गया। जबकि वार्ड सदस्य चयन प्रक्रिया में भाग लेने हेतु तैयार है।