व्हाट्सएप ग्रुप और साक्ष्य के माध्यम से हो योजनाओं का मॉनिटरिंग: सौरभ मोहन ठाकुर
डेस्क
व्हाट्सएप ग्रुप और साक्ष्य के माध्यम से हो योजनाओं का मॉनिटरिंग: सौरभ मोहन ठाकुर
बिहार/सुपौल: बिहार में विकासात्मक योजनाओं का बाढ़ है फिर भी विकास कोसों दूर है। इसी संदर्भ में अधिवक्ता सह सामाजिक कार्यकर्ता सौरभ मोहन ठाकुर कहते हैं की वो बीडीओ सुपौल से मिलकर पंचायत का विकास किस तरह से हो उसके लिए अपने स्तर से बातचीत किया और आग्रह किया कि बीडीओ के कुछ अलग और अच्छा काम पूरे प्रखंड के सभी पंचायतों के लिए हो। जिस पर बीडीओ ने उन्हें आश्वस्त किए कि जहां तक संभव होगा वो करेंगे।
आगे श्री ठाकुर कहते हैं कि पंचायत के जितने भी सामूहिक स्तर पर विकास वाली योजनाएं है वो प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी के खाते में जमा हो गया है और जितने भी व्यक्तिगत कल्याण से जुड़ी योजनाएं है वो प्रखंड विकास पदाधिकारी ( BDO) के खाते में है । वहीं स्ट्रीट लाइट योजना जो सामूहिक योजना है वो बीडीओ के ही पास है। जिसमें पंचायत के सभी वार्डों को क्रमशः फेज वाइज स्ट्रीट लाइट दिया जाएगा जिसके लिए पूरे प्रखंड के लिए एक ही कंपनी का चयन किया गया है, जो पटना की है।
वहीं श्री ठाकुर जीपीडीपी में लिए जाने वाले योजनाओं के चयन पर सवाल उठाते हुए कहा कि वार्ड सभा नहीं लगती है लोग आए या नहीं आए। उन्होंने कहा कि वार्ड सभा होने से चारों दिशाओं से लोग आएंगे तो धरातलीय योजनाओं का चयन होगा और सटीक योजनाओं का चयन होगा जिसे अगले वित्तीय वर्ष के कार्यक्रमों के लिए जीपीडीपी साइट पर अपलोड कराया जा सकता है। जीपीडीपी में योजनाओं का चयन क्रमशः वार्ड सभा, ग्राम सभा, ग्राम पंचायत कार्यकारिणी के बैठक, पंचायत समिति के बैठक, जिला परिषद के बैठक एवं दिशा के बैठक के माध्यम से होता है । यह सभी बैठक में अगले वित्तीय वर्ष के कार्यक्रमों के लिए योजनाओं का चयन किया जाता है लेकिन देखने पर पता चलेगा कि जिला स्तर पर जो बैठक जिला परिषद या दिशा की होती है उसमें किसी वार्ड सभा के बैठक द्वारा ली गई निर्णय को ही चयन किया जाता है , इसलिए वार्ड सभा धरातल पर होना जरूरी है जिसका साक्ष्य के रूप में फोटो नियमित बैठक का लेने से वास्तविकता का पता चल सकता है । प्रत्येक पंचायत का अलग अलग whatsaap ग्रुप बनाकर मॉनिटरिंग किया जा सकता है।
आगे श्री ठाकुर कहते हैं की उनकी पूरे बातों को प्रखंड विकास पदाधिकारी ने सुने और उनके सुझाव से प्रभावित होकर उन्होंने कहा कि प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी से बात कर उक्त बातों को ध्यान में रखते हुए वार्ड सभा प्रत्येक पंचायत के सभी वार्डों में लगाने का एक संयुक्त चिठ्ठी निकलवाने का प्रयास किया जाएगा।