बुजुर्गों ने अनूठे अंदाज में मनाया रक्षाबंधन का पर्व !
करजाइन: गौरीश मिश्रा
बुजुर्गों ने अनूठे अंदाज में मनाया रक्षाबंधन का पर्व !
बिहार/सुपौल : न तो बहन-भाई का खूनी रिश्ता। जाति व धर्म भी अलग-अलग। बावजूद इसके इन अनजान रिश्तों में जज्बात व प्रेम के अनूठे बंधन देखने को मिला। बसंतपुर प्रखंड के संस्कृत निर्मली स्थित बुजुर्ग संसाधन केंद्र में रक्षाबंधन की संध्या बेला में भव्य आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में बुजुर्ग महिला व पुरुष ने शिरकत कर रक्षाबंधन पर्व मनाया। इस पर्व को लेकर बुजुर्गों में खासा उत्साह था। वृद्ध महिलाओं ने वृद्ध पुरुषों को राखी बांधकर मिठाई खिलाई। जिंदगी के अंतिम पड़ाव पर पहुंचे इन बुजुर्गों के चेहरे पर रक्षाबंधन त्योहार मनाने की खुशी साफ झलक रही थी। यहां राखी की एक अलग ही छटा देखने को मिली।
बुजुर्ग महिलाओं ने अपने वृद्ध भाइयों को राखी बांधी और मिठाई खिलाकर रक्षा का संकल्प दिलाया। इस दौरान यहां का माहौल बिल्कुल ही भावनात्मक नजर आया। इस मौके पर संस्था के पदाधिकारी ज्योतिष कुमार झा व शिवचरण तोमर ने बताया कि समाज में बुजुर्ग जो अपने आप को अकेला महसूस करते हैं वो बुजुर्ग यहां आकर रंग-बिरंगी राखियों की तरह खिलखिला रहे हैं। अक्षयवट बुजुर्ग महासंघ के तले यह बुजुर्ग फूलों की तरह खिलखिलाते हुए अपनी खुशबू दूर-दूर तक फैला रहे हैं। कार्यक्रम के सफल आयोजन में अक्षयवट बुजुर्ग महासंघ की सचिव कंचन देवी, उपाध्यक्ष बच्चेलाल मंडल, संस्था के कार्यकर्ता राजकुमार मिश्र, नूर आलम, मु. हासिम, विशम्भर लाल दास, खगेन्द्र प्रसाद राउत, सदानंद मंडल सहित संस्था के सामजिक कार्यकर्ता एवं बुजुर्गों का सराहनीय सहयोग रहा।