मुर्गा व्यवसायी ने चालक को नौकरी से हटाया तो खुन्नस में रची पिकअप लूट की साजिश !

सुपौल: अभिषेक कुमार झा

मुर्गा व्यवसायी ने चालक को नौकरी से हटाया तो खुन्नस में रची पिकअप लूट की साजिश !

48 घंटे में ही पुलिस ने किया गिरफ्तार !

 

बिहार/सुपौल: सुपौल सदर थाने की पुलिस ने बीते 9 सितंबर के अहले सुबह हुए पिकअप लूटकांड का 48 घंटे के अंदर खुलासा कर लिया है। सुपौल एसपी शैशव यादव ने बताए कि 9 सितंबर की अहले सुबह करीब 3 बजे अज्ञात अपराधियों द्वारा हथियार का भय दिखा कर एक मुर्गा लदे पिकअप की लूट की सूचना सदर थाने की पुलिस को मिली थी। सदर थाना क्षेत्र के करिहो चौक से बगही जाने वाले सड़क में लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद पिकअप गाड़ी को पिपरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कटैया चौक के समीप एक मुर्गी फार्म पर ठिकाने लगा कर मुर्गा अनलोड कर लिया गया। इधर, मुर्गा व्यवसायी मधेपुरा जिले के प्रशांत कुमार की शिकायत पर पुलिस ने एक टीम गठित कर मामले की जांच शुरू की। जिसमें अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी की गई है। वही अपराधियों की निशानदेही पर लूटा गया 10 क्विंटल मुर्गा सहित पिकअप भी बरामद कर लिया गया है। इसमें पूर्णिया जिले के बनमनखी थाना क्षेत्र निवासी मो राहुल साह, मधेपुरा जिले के शंकरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बरियाही निवासी बबलू कुमार और सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत मलहनमा निवासी विनोद यादव शामिल है। इसके अलावा घटना में एक अन्य व्यक्ति की संलिप्तता सामने आई है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

एसपी ने बताए कि लूटी गई गाड़ी में जीपीएस लगा हुआ था और राहुल उस गाड़ी पर बतौर चालक नियुक्त था। जबकि बबलू कुमार पूर्व में मुर्गा कारोबारी प्रशांत कुमार का ही एक अन्य गाड़ी चलाता था। हाल में ही प्रशांत ने बबलू को अपनी गाड़ी से हटा दिया था। जिसके खुन्नस में बबलू ने पिकअप लूट की साजिश रची। उसे पूर्व से ही मुर्गा के पूरे कारोबार और डिलीवरी स्पॉट की जानकारी थी। लिहाजा इसका फायदा उठाकर बबलू ने पहले राहुल को अपने पाले में किया। वही उसने सस्ते दर पर विनोद यादव से लूट गए मुर्गा का सौदा भी तय किया। एसपी ने बताए कि लूट की घटना के बाद राहुल ने अपने मालिक को घटना की जानकारी दी और फिर कारोबारी प्रशांत द्वारा पुलिस को घटना की सूचना दी गई। इधर अपराधियों ने पिपरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कटैया चौक पर पहुंचने पर पिकअप का जीपीएस कनेक्शन काट दिया। जबकि जांच के दौरान पुलिस को इस बात की जानकारी मिली कि जिस जगह पर जीपीएस का कनेक्शन काटा गया, वहां तक अपराधियों के मोबाइल भी चालू था। जीपीएस बंद होने के बाद से ही अपराधियों के मोबाइल भी बंद आने लगे। लिहाजा संदेह के आधार पर पुलिस ने जब तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो तीनों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। बताया जा रहा है कि पिकअप पर करीब 20 क्विंटल मुर्गा लदा था, जिसकी कीमत करीब 2 लाख रुपए आंकी जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!