कीमत बढ़ाने के तर्क के बजाय महंगाई नियंत्रण करने का उपाय करें सरकार: सुभाष यादव
डेस्क
कीमत बढ़ाने के तर्क के बजाय महंगाई नियंत्रण करने का उपाय करें सरकार: सुभाष यादव
बिहार/सुपौल: जातीय जनगणना और बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने की मांग । जाप के जिला उपाध्यक्ष सुभाष यादव ने पिछड़े / अतिपिछड़े समाज के लोगों के लिए जातिगत जनगणना को अति महत्वपूर्ण बताया और कहा कि पिछड़े व अतिपिछड़े वर्ग की सामाजिक व आर्थिक उन्नति के लिए जातिगत जनगणना आवश्यक है।
यह भारत सरकार द्वारा हर 10 साल में आयोजित किया जाता रहा है, लेकिन इस बार केंद्र की मोदी सरकार के मन मे खोंट है, इसलिए अगर केंद्र सरकार जातिगत जनगणना नहीं कराना चाहती है, तो राज्य सरकार यह काम कराये।
सुभाष यादव ने कहा कि हमारी पार्टी और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने पिछली बार भी जातिगत जनगणना की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की थी, मगर तब भी सरकार की नीयत में खोंट थी। मगर अब हमलोग और मजबूती से इस जनगणना की मांग करते हैं। बिना इसके ये पता लगाना सम्भव नहीं है कि पिछड़े और अतिपिछड़े समाज की सामाजिक व आर्थिक तरक्की कितनी हुई। इसीलिए हम जातिगत जनगणना की मांग करते हैं और इसके लिए हमलोग में एक और जनहित से जुड़ा मुद्दा महंगाई भी है, जिसने आज मध्यम वर्ग से लेकर निम्न वर्ग की दशा बिगाड़ रखी है।
महंगाई डायन की तरह जनता की गाढ़ी कमाई खा रही और सरकार कीमतों को बढ़ाने का कुतर्क कर रही है। लेकिन सरकार के पास महंगाई रोकने का कोई उपाय नहीं है। केंद्रीय बैंक ने भी कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था सन 1947 के बाद पहली बार तकनीकी मंदी की ओर बढ़ चली है।
विशेषज्ञ का मानना है कि महंगाई लॉक डाउन में आपूर्ति की जगह सरकार की गलत नीतियों की वजह से चरम पर है। भाजपा राज में महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। पेट्रोल व डीजल की कीमतें 100 के पार चली गयी। फिर सरकार इस परेशानी को दूर करना तो दूर, बस अपने कसीदे पढ़ने में मस्त है, जिसका जन अधिकार पार्टी विरोध करती है और मांग करती है कि जल्द से जल्द महंगाई पर सरकार लगाम लगाए वरना आम जनता बड़े आंदोलन के साथ सड़कों पर होगी।
वहीं, जिला उपाध्यक्ष सुभाष यादव ने कटिहार के मेयर शिवराज पासवान की दिन दहाड़े अपराधियों द्वारा गोली मार कर हत्या कर देने की घटना पर भी दुःख व्यक्त किया और प्रदेश के लॉ एंड आर्डर पर गंभीर सवाल खड़े किए। सुभाष यादव ने कहा कि राज्य सरकार बिहार में कानून का राज स्थापित करने में पूरी तरह विफल है। इस वजह से ही अपराधी खुलेआम हत्या, लूट जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। बिहार में अब कोई सुरक्षित नहीं रह गया है। डबल इंजन की सरकार अपराधियों के मदद से चल रही है।