नीतीश के सामने 19 लाख रोजगार देने के वादे का हिसाब मांगना पड़ा महंगा, सभी छात्राओं को देर रात पुलिस ने किया गिरफ्तार !
मुंगेर: सोनू झा
नीतीश के सामने 19 लाख रोजगार देने के वादे का हिसाब मांगना पड़ा महंगा, सभी छात्राओं को देर रात पुलिस ने किया गिरफ्तार !
बिहार/मुंगेर: बिहार विधानसभा उपचुनाव के लिए अब महज कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। 30 अक्टूबर को तारापुर और कुशेश्वरस्थान सीट पर वोटिंग होने वाली है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी चुनावी मैदान में उतर गए हैं। तारापुर में चुनाव प्रचार करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बेरोजगार युवकों की नाराजगी भी झेलनी पड़ी, तारापुर में सीएम को विरोध का सामना करना पड़ा।
सीएम नीतीश कुमार का विरोध कर रहे छात्राओं के हाथ में तख्तियां थी, जिस पर उन्हें तलाक रोजगार कब मिलेगा नीतीश सरकार और युवाओं पर दीजिए ध्यान बेरोजगारी से हैं परेशान, जैसे नारे लिखे हुए थे। यह बेरोजगार युवा मंच के पास सीएम नीतीश के सामने अपना विरोध प्रकट कर रहे थे। वही विरोध कर रहे छात्रों को देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
वहीं जेडीयू के समाज सुधार सेनानी के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र नीरज ने कहा कि गिरफ्तारी हुई है तो अच्छी बात है इसकी मैं सरहाना करता हूं।
दरअसल जैसे ही टेटिया बंबर बाजार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंच पर भाषण देना शुरू किये, इस दौरान मंच के सामने सुरक्षा घेरे के पास दर्जनभर युवक हंगामा करने लगे, वे सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे। सीएम नीतीश का विरोध कर रहे छात्रों के हाथ में तख्तियां थी, जिसपर 19 लाख रोजगार कब मिलेगा नीतीश सरकार?” और “युवा पर दीजिये ध्यान बेरोजगारी से है परेशान” जैसे नारे लिखे हुए थे। ये बेरोजगार युवक मंच के पास सीएम नीतीश के सामने अपना विरोध प्रकट कर रहे थे।
युवक नीतीश के सामने 19 लाख रोजगार देने के वादे का हिसाब मांग रहे थे।इस दौरान सीएम की सुरक्षा में लगी पुलिस ने मंच के सामने हंगामा कर रहे युवकों को समझाने की कोशिश की।
लेकिन जैसे ही पुलिसवाले आगे बढे मंच से सीएम नीतीश ने कहा कि “ई सबको हल्ला करने दीजिये,छोड़ दीजिये, कुछ मत कीजिये, ई 15-20 गो लड़का हल्ला कर रहा है, उछल-उछल के, हल्ला करने दीजिये, जो हल्ला करने के लिए ही आया है। हमने कहा कि कागज़ है हम देख लेंगे, पढ़ लेंगे और जो भी जरूरी चीज होगा। अगर कोई कमी है तो हम उसको पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। लेकिन कौन लोग किसको भेज देता है हमको इसकी चिंता नहीं है हमारा विश्वास काम करने में है।