चिकित्सकों का व्यवहार मानवता शर्मसार !
सिमराही: सुरेश कुमार सिंह
चिकित्सकों का व्यवहार मानवता को शर्मसार !
बिहार/सुपौल: रेफरल अस्पताल राघोपुर में शुक्रवार की रात्रि चिकित्सकों का व्यवहार मानवता को शर्मसार करने वाला देखा गया। जहां भपटियाही थाना क्षेत्र के शाहपुर पृथ्वीपट्टी पंचायत से लोगों के द्वारा अस्पताल पहुचाए एक विक्षिप्त मरीज को ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक देखने तक के लिए तैयार नहीं हुआ। जानकारी देते शाहपुर पृथ्वीपटी पंचायत के मुखिया सतीश पाण्डेय ने बताया की उसके पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में चार दिन से लावारिस अवस्था में एक व्यक्ति पड़ा हुआ था। जो चल बोल नहीं सकता था।
बताया की लोगों की सुचना पर वह शुक्रवार की रात्रि उक्त व्यक्ति को विद्यालय से एक टेम्पू पर बैठाकर रेफरल अस्पताल राघोपुर पहुंचाया। लेकिन जो लोग उसे लेकर हॉस्पिटल पहुंचे हॉस्पिटल में ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉ सुमित केसरी उनलोगों को अनाप सनाप बोलकर फटकारने लगा की उक्त मरीज को क्यों इस हॉस्पिटल लेकर पंहुचा है। बताया की एक तो जिस समय मरीज को लेकर लोग हॉस्पिटल पहुंचाया तभी रात्रि का 10 बज रहा था, लेकिन उस समय हॉस्पिटल में एक भी चिकित्सक मौजूद नहीं था। बताया की घंटो इंतजार के बाद जब डॉक्टर अपने चेम्बर पहुंचे तो उल्टे डॉक्टर लोगों को फटकारने लगे। बताया की डॉक्टर ने कहा की यह ओपीडी का मरीज है। इसलिए इसे इमरजेंसी में नहीं देखा जाएगा। बताया की उक्त मरीज के प्रति डॉ सुमित केसरी का गलत व्यवहार देखा गया।
बताया की जिस समय मरीज को हॉस्पिटल ले जाया गया था उस समय कोई भी कर्मी उसे टेम्पू से उतारने के लिए तैयार नहीं था। बताया की लोगों के द्वारा काफी विनती करने और इंसानियत का दुहाई देने के बाद डॉ सुमित केसरी उसे देखने के लिए तैयार हुआ। अस्पताल पहुंचे उक्त युवक की पहचान भपटियाही थाना क्षेत्र के छिटही वार्ड नम्बर 8 निवासी बिनोद राय के पुत्र कर्ण राय के रूप में किया गया।
मुखिया सतीश पाण्डेय ने कहा की उक्त मरीज शुक्रवार की रात्रि से ही अस्पताल परिसर में पड़ा हुआ है। लेकिन उसे न कोई देखने वाला है। और न ही उसे खाने पीने का कोई सुविधा मिल रहा है।
इधर लोगों ने शाहपुर पृथ्वी पट्टी पंचायत के मुखिया सतीश पाण्डेय का इस तरह के पहल पर साधुवाद दिया है। लोगों ने कहा की मुखिया सतीश पाण्डेय ने मानवता का मिशाल कायम किया है।