दो दिवसीय संतमत सत्संग का हुआ भव्य आयोजन !
सुपौल/जदिया: श्रवण चौधरी
दो दिवसीय संतमत सत्संग का हुआ भव्य आयोजन !
मानव जीवन को सुखद व सफल बनाने के लिए सत्संग की बहुत बड़ी आवश्यकता: पूज्यपाद प्रमोद जी महाराज
बिहार/सुपौल: दो दिवसीय संतमत सत्संग का भव्य आयोजन मानगंज गोठ में प्रारंभ। सत्संग में मुख्य प्रवक्ता के रूप में सिद्ध पीठ कुप्पाघाट से आए प्रमोद जी महाराज संबोधित करते हुए कहा कि मानव जीवन में सत्संग की बड़ी मार्मिक आवश्यकता है। यदि हम अपने जीवन में शांति, सुख और सरलता लाना चाहते हैं तो सत्संग को अपनाए बिना सुख शांति की कल्पना नहीं की जा सकती।
सत्संग की महिमा की व्याख्या करते हुए प्रमोद जी महाराज ने कहा महर्षि मेंही सत्संग को अपना स्वास कहते थे। उनके शब्दों में आया है” नित प्रति सत्संग करले प्यारा तेरा काज सरे सारा”उन्होंने कहा बड़े भाग्य से मनुष्य का शरीर मिलता है और मनुष्य के शरीर में पूर्व जन्म के पुण्य के अनुसार ही सत्संग की प्राप्ति होती है सत्संग के माध्यम से हम मोक्ष को पाने का रास्ता पाते हैं।
सिद्ध पीठ कुप्पाघाट से आए परमानंद जी महाराज ने अपने संबोधन में भक्तों को संबोधित करते हुए कहा सत्संग से इहलोक और परलोक दोनों को संवारा जा सकता है। इसके लिए हम लोगों को दुआ दे विच आसमान जैसे पंच पापों से अपने जीवन को बचाना होगा और सत्संग, ध्यान और गुरु के प्रति समर्पण करना होगा। उन्होंने कहा गुरु महाराज के शब्दों में” बिना दया संतन के मेंही जानना इस राह को हुआ नहीं होता नहीं होनाहारा है नहीं”।
पूज्य स्वामी सुबोध बाबा ने कहा सत्संग की बड़ी महिमा है, सत्संग से सुख की वर्षा होती है, लोग सच्चाई के रास्ते पर चलने के लिए सत्संग में सीखते हैं। इसलिए सत्संग का आयोजन मानव समाज को मानवता की पाठ भी समय-समय पर पढ़ाता है।
संतमत सत्संग को मुख्यरूप से राजकिशोर बाबा, नरेंद्र बाबा, सर्वेशानंद बाबा, अभिमन्यु बाबा, राम लखन बाबा आदि ने संबोधित किया। सत्संग के मंच संचालन राष्ट्रीय युवा महासंघ के अध्यक्ष इंजीनियर एलके निराला ने किया। इस दौरान भारी तादाद में लोग सत्संग में हिस्सा लिए।