किसी सरकारी योजना का लाभ मूर्तिकारों को नहीं मिल पा रहा !
पटना: प्रिया सिंह
किसी सरकारी योजना का लाभ मूर्तिकारों को नहीं मिल पा रहा !
बिहार/पटना: माघ महीने के पंचमी तिथि, जिसे वसंत पंचमी के नाम से जाना जाता है। सरस्वती पूजा को लेकर मूर्ति कला केंद्रों में मूर्तिकार मूर्ति बनाने में जुटे है। सरस्वती पूजा को लेकर बाढ़ अनुमंडल के कई जगहों पर मूर्तिकार माता की मूर्ति को अंतिम रूप देने में लगे हैं। वहीं मूर्तिकारों से बातचीत करने पर उनका दर्द छलक पड़ा।
उन्होंने बताया कि मूर्तिकला उद्योग के नाम पर सरकार के द्वारा किसी भी प्रकार की योजना नहीं बनाई गई है। इसलिए मूर्ति बनाने वाले कलाकार सब दिन गरीब के गरीब ही रह जाते हैं। बहुत कम लोग ऐसे हैं जो इस पेशे में लगे रहने के बाद अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे पाते है। आज भी कई ऐसे मिट्टी की मूर्ति बनाने वाले लोग हैं, जिनका अपना पक्का घर नही है। आज भी वे पक्के घरों एवं झोपड़ियों में रहते है।
मूर्तिकला को उद्योग का दर्जा देते हुए सरकार को अन्य उद्योगों एवं कारोबारों की तरह योजना के अंतर्गत शामिल किया जाना चाहिए तथा बैंक से लोन की भी व्यवस्था की जानी चाहिए।मूर्तिकार के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि मूर्तिकला को सरकार के द्वारा उद्योग का दर्जा देते हुए ऋण योजना में शामिल कर उनके लिए ऋण मुहैया कराया जाना चाहिए तथा उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में सरकार को ध्यान देना चाहिए।