नहीं रहे प्रथम जिला परिषद अध्य्क्ष व पूर्व विधान पार्षद बलराम सिंह यादव !
सुपौल/जदिया: श्रवण चौधरी
नहीं रहे प्रथम जिला परिषद अध्य्क्ष व पूर्व विधान पार्षद बलराम सिंह यादव !
बिहार/सुपौल: जिले के प्रथम जिला परिषद अध्य्क्ष व पूर्व विधान पार्षद कोरियापट्टी निवासी बलराम सिंह यादव की बुधवार की रात त्रिवेणीगंज स्थित अपने आवास पर निधन हो गया। वे 90 वर्ष के थे, छात्र जीवन से ही उन्होंने संघर्ष को अपना आधार बनाकर राजनीति में कदम रखा था । बताया जाता है कि वे सलखुआ उच्य विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे । जहाँ से अपने पद से इस्तीफा देकर कम्युनिष्ट पार्टी में शामिल हुए।
वे 1978 से लेकर 2000 ई तक कोरियापट्टी के मुखिया भी रहे , 2001 में पहलीबार वे जिला परिषद क्षेत्र संख्या 25 से चुनाव जीते तथा सुपौल जिला के पहले जिला परिषद अध्यक्ष चुने गए। 2003 में वे पहलीवार विधान परिषद सदस्य के तौर पर विधान सभा पहुंचे।
श्री यादव मृत्यु के पूर्व तक माकपा राज्य कमिटी के सदस्य तथा बिहार राज्य किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष भी थे। उन्होंने बीमारी के दौरान भी 04 सितंबर को गाजियाबाद बॉडर पर चल रहे किसान आंदोलन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर राजनीति सक्रियता का परिचय दिए। सर गंगाराम हॉस्पिटल से लौटने के बाद त्रिवेणीगंज स्थित अपने आवास पर बुधवार की रात उनकी मृत्यु हो गयी। गुरुवार को उनके शव को कोरियापट्टी लाया गया। जहाँ उनके अंतिम दर्शन को क्षेत्र के जनप्रतिनिधि समेत सैकड़ो लोगो की उपस्थिति में शव यात्रा निकाली गई।
पार्टी कार्यकर्ताओ के द्वारा शवयात्रा निकालने के बाद कोरियापट्टी स्थित हॉस्पिटल मैदान में उन्हें अंतिम संस्कार के लिये लाया गया। जहां पूर्व के जमीदारों के द्वारा उक्त स्थल पर शव को जलाने से रोका गया। किन्तु जनप्रतिनिधियो के मध्यस्थता के बाद हॉस्पिटल ग्राउंड में ही श्री यादव का अंतिम संस्कार किया गया । अंतिम संस्कार के दौरान सर्व दलीय नेताओ के द्वारा एक आमसभा आयोजित कर उनके संघर्ष के दिनों की याद भी दिलाई गई ।
माकपा नेता व कोरियापट्टी पंचायत के पूर्व मुखिया राजेश कुमार ने बताया कि प्रशासन के लोगो के द्वारा गॉर्ड ऑफ ऑनर की सलामी नही दिए जाने के कारण वे इतना दुःखी हुए की बोले वे मामले को लेकर वे कोर्ट जाएंगे । अंतिम संस्कार के दौरान आमसभा में उपस्थित लोगों को महिला नेत्री रामपरी यादव, अवधेश कुमार, बिनोद कुमार, रणधीर यादव, राजेश यादव के अलावा दर्जनों नेताओ के द्वारा सभा को संबोधित किया गया । जबकि मंच संचालन दायित्व एल के निराला के द्वारा संभाला गया ।