सुपौल जिले में खाद संकट के लिए कृषि मंत्री सहित सचिव और कृषि निदेशक से किया जा रहा है माँग: मंत्री नीरज बब्लू
सुपौल/राघोपुर: विकास आनंद
सुपौल जिले में खाद संकट के लिए कृषि मंत्री सहित सचिव और कृषि निदेशक से किया जा रहा है माँग: मंत्री नीरज बब्लू
बिहार/सुपौल : रबी सीजन में खाद की किल्लत से जिले के किसानों में हाहाकार मचा हुआ है। हालत यह है की दिन हो या रात खाद मिलने की भनक मिलते ही किसान दौड़ पड़ते हैं। शुक्रवार को क्षेत्र भ्रमण के दौरान बिहार सरकार के मंत्री सह छातापुर विधायक नीरज कुमार सिंह बब्लू सिमराही के भाजपा नेता बैजनाथ प्रसाद भगत के बड़े भाई नगीना भगत के मृत्यु के उपरांत परिवार के लोगों से मिलने आए थे।
उसी दौरान मंत्री नीरज बब्लू ने खुद बताया कि जिले के विभिन्न बाजारों में किसानों को खाद के लिए बिक्री केन्द्रों पर लम्बी कतार में खड़े दिखाई दिए। मंत्री नीरज बब्लू ने बताया कि उन्हें भी सुपौल जिले के विभिन्न जगहों से लगातार खाद के किल्लत की शिकायत मिल रही है। खाद के किल्लत और अनुपलब्धता के बारे में छातापुर विधानसभा प्रभारी बैजनाथ प्रसाद भगत ने मंत्री बब्लू सिंह को विस्तृत जानकारी दी और बताया कि किसानों का सब्र का बाँध टूट गया है ,इस कारण पिछले दिन राघोपुर प्रखण्ड मुख्यालय में किसानों ने घेराव और पथराव भी किया था। खाद किल्लत की विशेष जानकारी के लिए जिले के प्रमुख उर्वरक थोक वितरक धरती धन, सिमराही के प्रतिनिधि विकास आनन्द ने स्थानीय मंत्री को बताया कि अब जिला कृषि विभाग और प्रशासन को जिले में उर्वरक किल्लत के सम्बंध में त्राहिमाम संदेश भेजना चाहिए और अविलंब 5000मीट्रिक टन डीएपी और 2000मीट्रिक टन पोटाश का माँग कर केंद्रीय उर्वरक मंत्रालय को भेज कर जल्द रेलवे रेक द्वारा आपूर्ति की तैयारी करनी चाहिए।
खाद संकट का जायजा लेते हुए मंत्री बब्लू सिंह ने कृषि सचिव और कृषि निदेशक को फ़ोन लागकर जिले के रबी खेती संकट के बारे में अवगत कराया और अविलम्ब उर्वरक आपूर्ति के लिए कहा। मंत्री नीरज बब्लू ने बताया कि इस सम्बंध में माननीय कृषि मंत्री को फ़ोन लगाकर और पटना जाकर भी अनुरोध करेंगे और जल्द ही जिले में खाद आपूर्ति की समस्या को दूर किया जाएगा। थोक बिक्रेता प्रतिनिधि विकास आनन्द ने बताया कि खाद की रेक आनी शुरू हो गयी है, आगामी सात दिनों में स्थिति सामान्य होने की संभावना है।
मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष रामकुमार राय, व्यापार संघ अध्यक्ष ललित जायसवाल, शैलेन्द्र सिंह, बिनोद जायसवाल, मनीष भगत, मुकेश भगत, मयंक गुप्ता सहित कई किसान मौजुद थे।