भागवत कथा श्रवण से मिलती है भवबंधन से मुक्ति : पंडित राधेश्याम !
सुपौल/करजाईन: गौरीश मिश्रा
भागवत कथा श्रवण से मिलती है भवबंधन से मुक्ति : पंडित राधेश्याम !
बिहार/सुपौल : परमानंदपुर पंचायत के गोसपुर वार्ड नंबर-5 में आयोजित श्री मदभागवत कथा को सुनने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। सात दिवसीय इस आयोजन के पांचवें दिन आचार्य पंडित राधेश्याम झा भक्तों को सरलता पूर्वक भक्ति का मर्म समझाया।
इस दौरान भगवत भजन एवं कथा वाचन से क्षेत्र का माहौल पूर्णतः भक्तिमय हो गया। कथा प्रसंग के दौरान भक्त भक्ति के रस में डूबे दिखे। कथा के दौरान आचार्य ने बताया कि केवल वैदिक कर्मकांड ही भव बंधन छुड़ाने को पर्याप्त नहीं है।
यदि कोई वैदिक कर्मकांड का पूरा पालन करें, फिर भी उनकी अंतिम गति स्वर्ग तक ही सीमित रह जाती है। स्वर्ग में पृथ्वी लोक की तरह भोग प्रदान भूमि है, जो जीव आत्मा स्वर्ग को प्रदान कर लेते हैं वह प्राणी अपने पुण्यों का पूरा-पूरा भोग कर लेते हैं। फिर भी उन प्राणियों को फिर से 84 लाख योनियों में भटकना पड़ता है। इसलिए भव बंधन छुड़ाने का एकमात्र निदान भागवत भक्ति है और यह भगवत कथा श्रवण और सद्गति से ही प्राप्त होता है।
इस मौके पर वैद्यनाथ झा, आचार्य धीरेंद्र झा, गायक संजय झा, प्रीतेश आनंद, आदित्य आनंद, आदर्श आनंद सहित भक्तगण मौजूद थे।