बीपी मंडल की प्रतिमा को तोड़ना विकृत मानसिकता का प्रतीक : डॉ. यादव
सुपौल/करजाईन: गौरीश मिश्रा
बीपी मंडल की प्रतिमा को तोड़ना विकृत मानसिकता का प्रतीक : डॉ. यादव
बिहार/सुपौल : पटना विश्वविद्यालय में स्थापित राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष वीपी मंडल की प्रतिमा क्षतिग्रस्त करने की घोर भर्त्सना करते हुए कांग्रेस एवं महागठबंधन नेताओं ने बिहार सरकार से पटना विश्वविद्यालय में अविलंब वीपी मंडल की मूर्ति स्थापित करने की मांग की है।
करजाईन बाजार में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि डॉ रमेश प्रसाद यादव ने कहा कि देश के बहुजन समुदाय के इतिहास में तथागत बुद्ध, छत्रपति शाहूजी महाराज, ज्योतिबा फुले, रामास्वामी नायकर, डॉ. भीमराव अंबेडकर, बाबू जगदेव प्रसाद , बीपी मंडल, स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर आदि का नाम प्रमुख है।
इन महापुरुषों की कई मूर्तियां देश के विभिन्न कोनों में भावनात्मक रूप से लगाई गई है। इन मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करना उनके विचारों के साथ खिलवाड़ है। ऐसा काम कुछ सिरफिरे लोगों के द्वारा किया जाता रहा है। यह विकृत मानसिकता का प्रतीक है। महापुरुषों के विचार सामाजिक उन्नति का प्रतीक होता है, जब तक बहुजन समाज का विकास नहीं होगा। तब तक विकसित कहलाना असंभव है। उन्होंने कहा कि बहुजन समाज को बीपी मंडल के मूर्ति तोड़े जाने पर आपत्ति है। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से जाति आधारित जनगणना कराने की मांग करते हुए कहा कि जातीय जनगणना से सिर्फ विभिन्न जातियों की गणना करने से मतलब नहीं है।
इसका तात्पर्य है की किस जाति के लोगों का राज्य के संपदा पर, राज्य के प्रशासन में कितना अधिकार है। किस वर्ग के कितने लोग पढ़े-लिखे हैं और उनकी क्या स्थिति है। मौके पर पूर्व पंसस तारानंद यादव, पैक्स अध्यक्ष बिंदेश्वर मरीक, दुर्गानंद यादव, विजय यादव, इंद्रदेव विराजी, हरि नारायण राण, अब्दुल मोतलिव आदि मौजूद थे।