जाको राखे साइयां मार सके ना कोय, ये कहावत हुआ सच !
मुंगेर: सोनू झा
जाको राखे साइयां मार सके ना कोय, ये कहावत हुआ सच !
बिहार/मुंगेर: कहते हैं न ‘जाको राखे साइयां मार सके न कोय’ यह कहावत एक बार फिर सच साबित हुई है मुंगेर जिला के जमालपुर जंक्शन (Jamalpur Junction) पर। जरा सोचिए कि चलती ट्रेन के नीचे अपने बच्चे के साथ एक मां गिर गई। उसके ऊपर से पूरी ट्रेन गुजर गई, लेकिन दोनों का एक बाल भी बांका नहीं हुआ। मां और मासूम सुरक्षित है।
महाराष्ट्र से आ रही भागलपुर- लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस जमालपुर जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर गुरुवार रात 9 बजे आकर लगी थी। इसके बाद ट्रेन अपने निर्धारित समय से खुल चुकी थी। लेकिन इस बीच एक महिला अपनी गोद में अपने 3 साल के बच्चे को लेकर उतरने लगी। ट्रेन से उतरते वक्त मां के हाथ से कलेजे का टुकड़ा छूट गया। पटरी पर बच्चे को जाने से तो मां नहीं बचा पाई, लेकिन खुद भी चलती ट्रेन के नीचे चली गई।
इस दौरान वहां मौजूद एक जीआरपी जवान ने उसे बचाने के लिए दौड़ा। उसने मदद के लिए हाथ भी बढ़ाया लेकिन बच्चे के साथ महिला ट्रेन के नीचे चली गई थी। इसके बाद वह पीछे हट गया। उस समय स्टेशन पर यात्रियों ने हल्ला करना शुरू कर दिया। क्षणभर में जीआरपी जवानों की सूझबूझ से ट्रेन को रूकवाया तो गया लेकिन फंसे होने के कारण महिला बाहर नहीं निकल पाई।
जमालपुर जीआरपी थानाध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि महिला यात्री लखीसराय जिले की मेदनी चौकी की रहने वाली है। डाउन भागलपुर लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस से जमालपुर जंक्शन के एक नंबर प्लेटफार्म पर चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश के दौरान ट्रेन के नीचे चली गई थी, जिसे जीआरपी के जवानों की सूझबूझ से बचा लिया गया। डॉक्टरों की जांच में महिला और उसका बच्चा सुरक्षित पाया गया है। दोनों को उनके गंतव्य की ओर भेज दिया गया है।