जीवन में अगर आनंद चाहते हो तो गुरु के शरण में जाना ही पड़ेगा: चतुरानंद
सौरबाजार: सत्यपाल कुमार
जीवन में अगर आनंद चाहते हो तो गुरु के शरण में जाना ही पड़ेगा: चतुरानंद
बिहार/सहरसा: सौरबाजार प्रखंड क्षेत्र के महर्षि मेही हृदय धाम संत शाही नगर चंदौर में चल रहे तीन दिवसीय अखिल भारतीय संतमत सत्संग का 112 वां अधिवेशन भक्ति माहौल में शांतिपूर्ण संपन्न हो गया।
मुख्य वक्ता केंद्रीय महर्षि मेंही आश्रम मनियारपुर बांका के आचार्य ब्रह्मऋषि पूज्य पाद चतुरानंद जी महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा मानव जीवन में सुख और दुख आता जाता रहता है। अगर मनुष्य के पास ज्ञान नहीं है वह पशु के समान है। परमात्मा की भक्ति करने से ही सुख शांति मानव जीवन में आएगी। इस जीवन में अगर सुख पाना चाहते हो तो गुरु के शरण में आना ही पड़ेगा।
महर्षि मेंही हृदयधाम संत साही नगर चंदौर और सौर बाजार सहरसा के संस्थापक स्वामी अनुभवानंद जी महाराज एवं ज्ञानी बाबा के नेतृत्व में इस ऐतिहासिक महा अधिवेशन को सफल बनाने में क्षेत्र के लोगों का भरपूर सहयोग रहा।