खुद को सिमराही नगर पंचायत का कार्यपालक पदाधिकारी नहीं मानते है किशोर कुणाल, नगर पंचायत वासी है परेशान !
सुपौल/राघोपुर: विकास आनंद
खुद को सिमराही नगर पंचायत का कार्यपालक पदाधिकारी नहीं मानते है किशोर कुणाल, नगर पंचायत वासी है परेशान !
★जिलाधिकारी के आदेश की अनदेखी
★अभी तक नगर पंचायत के नाम मे पेंच फॅसा रहे है कार्यपालक पदाधिकारी
★मूलभूत कार्यो के लिए नगर पंचायत वासियों को जिला मुख्यालय रेफर करते है कार्यपालक पदाधिकारी
बिहार/सुपौल: सिमराही नगर पंचायत के लोगों ने प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी किशोर कुणाल पर समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। शनिवार को सिमराही के स्थानीय लोगों ने बताया कि सिमराही बाजार में विभिन्न जगह पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जिस कारण लोगों की जिंदगी नारकीय हो रही है। बढ़ती गंदगी के सरन गलन से दिनों दिन हालत बद से बदतर होती जा रही है। लोगों को सांस लेने में बदबूदार दुर्गंध की समस्याओं से परेशानी हो रही है। बस स्टैंड की समस्याओं से लोग जूझ रहे हैं। शौचालय नहीं होने की समस्या से लोग परेशान हैं।
वही बताया कि बीते दिनों सिमराही नगर पंचायत के एक व्यक्ति ने जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने के सम्बंध में प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी किशोर कुणाल को फोन किया तो कार्यपालक पदाधिकारी ने खुद को सिमराही नगर पंचायत का कार्यपालक पदाधिकारी मानने से इनकार कर दिया और बताए कि मैं राघोपुर नगर पंचायत का पदाधिकारी हूँ।
जबकि जिला पदाधिकारी सुपौल के ज्ञापंक 643-2 दिनाँक 14/08/21 को स्पस्ट आदेश है कि बीरपुर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी किशोर कुणाल को सिमराही नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। लेकिन साहब इस आदेश पत्र के बावजूद भी स्पष्ट कहते हैं कि मैं सिमराही नगर पंचायत का कार्यपालक पदाधिकारी नहीं हूँ। जन्म प्रमाण पत्र जैसे मूलभूत आवश्यकता के लिए कार्यपालक पदाधिकारी ने स्थानीय निवासी को जिला मुख्यालय से बात करने को कहा।
ज्ञात हो कि सभी को पता है कि नगर पंचायत का नाम सिमराही है, फिर भी आरोप है कि कार्यपालक पदाधिकारी सिमराही नगरवासियों को गुमराह कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि विभाग के द्वारा जारी पत्र के मुताबिक सिमराही नगर पंचायत के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी के तौर पर किशोर कुणाल का नाम अंकित है।खास बात है कि कार्यपालक पदाधिकारी किशोर कुणाल छठ पूजा के दौरान सिमराही नगर पंचायत में घाटों का निरक्षण और सफाई के दौरान मुस्तेद दिखने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन घाटों पर छठ व्रतियों के लिए विभागीय सुविधा नदारद रहा। जिस पर युवाओं ने सोशल मीडिया पर उक्त अधिकारी के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त किया।
कार्यपालक पदाधिकारी के इस रवैये से सिमराही नगर के स्थानीय निवासियों खासकर युवाओं में काफी नाराजगी है और सबों ने कहा कि जल्द ही इस सम्बंध में जिलाधिकारी सहित प्रदेश के वरीय विभागीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को इस प्रकार के अधिकारी के सम्बंध में सूचित किया जाएगा।