मनरेगा के तहत चलाए गए काम पर ग्रामीणों ने लगाया मनरेगा के अधिकारियों पर बड़ा आरोप !
बिहार/मुंगेर: सोनू झा
मनरेगा के तहत चलाए गए काम पर ग्रामीणों ने लगाया मनरेगा के अधिकारियों पर बड़ा आरोप !
बिहार/मुंगेर: जिले के संग्रामपुर प्रखंड अंतर्गत भारत सरकार के द्वारा चलाए जा रहे मनरेगा योजना के तहत प्रखंड में करोड़ों रुपयों की बंदरबांट का मामला सामने में आया है।
जानकारी के अनुसार संग्रामपुर प्रखंड के दादरी जिला पंचायत के महेशपुर गांव में कई योजना मनरेगा के तहत चलाया जा रहा है, लेकिन उसमें भारी धांधली का आरोप ग्रामीणों ने लगाय है। वही महेशपुर गांव के नदी के उस पार महेशपुर बहियार में नदी से लेकर के जंगल की ओर जाने वाली सड़क में दर्जनों से अधिक पुल पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है।
जिसमें की ग्रामीणों के द्वारा यह आरोप लगाया गया है कि लेबर से काम ना करा के रातों-रात जेसीबी से खुदाई किया गया है एवं बीते कुछ दिन पूर्व बने पुलिया को ऊपर से तोड़ कर के दीवार जोड़कर एवं पन्ना प्लास्टर कर के घटिया किस्म का ईटा एवं बालू लगा कर के किसी तरह कार्य को पूरा किया जा रहा है।
वही इस संदर्भ में ददरी जाला पंचायत के रोजगार सेवक संजीव कुमार से इसके बारे में पूछा गया तो उनके द्वारा यह बताया गया कि हमें इस योजना के बारे में किसी तरह का कोई जानकारी नहीं है मीडिया के द्वारा जब सवाल किया गया कि बिना जियो टैग का ही मनरेगा में कार्य किया जाता है तो उनके द्वारा यह बताया गया कि हमें इसकी किसी तरह की कोई जानकारी नहीं है।
हम पिछले 20 दिनों से चुनाव के कारण मुंगेर में थे, जिसके कारण हमें पंचायत की योजना के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इससे साफ जाहिर होता है कि पदाधिकारियों की मिलीभगत से मनरेगा योजना में खुलेआम धांधली किया जा रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी की वरीय पदाधिकारी के द्वारा इन छोटे कर्मचारियों के ऊपर या फिर ब्लॉक स्तर के कर्मचारियों के ऊपर किस तरह का किया जाता है।
पूर्व पैक्स अध्यक्ष अशोक कुमार यादव के द्वारा यह बताया गया कि पदाधिकारियों की मिलीभगत से यह सारी योजनाएं चल रही है। वही जब मीडिया से अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत कुमार ने बताया कि अगर मनरेगा के कार्य में मनरेगा पदाधिकारी अगर कोई सरकार के काम में मिलीभगत का कोई शिकायत रिपोर्ट में आएगा तो प्रखंड के मनरेगा पदाधिकारी पर दोषी करार पाए जाने पर कानूनी दंड का हकदार बनेगा।