रामचरितमानस के विरुद्ध टिप्पणी से शिक्षा मंत्री की गरिमा तथा मर्यादा हुई कलंकित : कुमार विवेक

gaurish mishra

करजाइन: गौरीश मिश्रा

रामचरितमानस के विरुद्ध टिप्पणी से शिक्षा मंत्री की गरिमा तथा मर्यादा हुई कलंकित : कुमार विवेक

बिहार/सुपौल : लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश महासचिव सह मधेपुरा जिला प्रभारी कुमार विवेक आनंद ने माननीय शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा रामचरित मानस पर की गई गलत टिप्पणी की कड़ी भर्त्सना करते हुए उनसे बयान वापस लेने की मांग की। क्षेत्र भ्रमण के दौरान कुमार विवेक आनंद ने कहा कि शिक्षा मंत्री जैसे पद पर बैठ कर अमर्यादित बयान मंत्री के अशिक्षित एवं रुग्न मानसिक स्थिति को दर्शाता है। इसके लिए उन्हें अविलंब माफ़ी मांगनी चाहिए। रामचरितमानस के विरुद्ध टिप्पणी से शिक्षा मंत्री की गरिमा तथा मर्यादा कलंकित हुई है।

रामचरितमानस न सिर्फ सनातनियों की जीवन शैली का आधार ग्रंथ और आदर्श जीवन शैली के लिए पथ प्रदर्शक है अपितु दुनिया के अनेक मुस्लिम देश के बुद्धिजीवी मुसलमान भी रामायण को आर्ट ऑफ लिविंग मानते हैं। भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने रामायण और श्रीमद्भागवत गीता को प्रेम और सद्भावना का यूनिवर्सिटी बताया है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भारत में रामराज्य की कल्पना की थी। लेकिन शिक्षा मंत्री ने अपने बयान से जाहिर कर दिया है कि उनमें शिक्षा की कमी है, माननीय शिक्षा मंत्री का ज्ञान अधजल गगरी छलकत जाए वाली कहावत को चरितार्थ करता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आमजन मानस के आस्था पर प्रहार करने वाले अशिक्षित शिक्षा मंत्री को अविलंब पद से हटाकर लोगों की भावना का सम्मान करें।

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