उत्तम कुमार को मिला NEET में 626 अंक, चाहने वालों में खुशी !
सुपौल/सिमराही: सुरेश कुमार सिंह
उत्तम कुमार को मिला NEET में 626 अंक, चाहने वालों में खुशी !
बिहार/सुपौल: नीट(मेडिकल) का परिणाम बीते सोमवार की देर रात्रि जारी होने के बाद सिमराही बाजार वार्ड 3 निवासी संतोष कुमार सर्राफ व कांता साह का 20 वर्षीय बड़ा पुत्र उत्तम कुमार सर्राफ के द्वारा उक्त परीक्षा में 626 अंक लाकर ऑल इंडिया रेंक 9541 लाने पर परिजन सहित क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल व्याप्त है।
जानकारी देते छात्र उत्तम कुमार सर्राफ ने बताया कि उसका प्रारंभीक शिक्षा दीक्षा सिमराही बाजार स्थित द हिल्स पब्लिक स्कूल में हुआ। जहां से वह दसवी तक का पढ़ाई पूरी कर आगे की पढ़ाई के लिए पूर्णिया परोरा स्थित विद्या बिहार स्कूल में दाखिला लिया। जहां से उन्होंने इंटरमीडिएट तक कि पढ़ाई पूरा किया। उसके बाद आगे की पढ़ाई करते वह इस मुकाम पर पहुचा।
बताया कि यह उसका दूसरा प्रयास था। पिछले वर्ष उन्होंने इंटरमीडिएट परीक्षा के साथ ही नीट का भी तैयारी कर परीक्षा दिया था। लेकिन अच्छा नम्बर नहीं आने के कारण अच्छा कॉलेज नहीं मिल रहा था। जिस कारण वह अपनी पढ़ाई पुनः जारी रखते हुए लगातार दूसरी प्रयास में यह रेंक हासिल किया है। उन्होंने कहा कि प्राप्त अंक के आधार पर उन्हें ओबीसी रेंक 3589 प्राप्त हुआ है। जिस आधार पर उसे इस बार अच्छा से अच्छा कॉलेज मिल जाएगा। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता के साथ अपने दादा योगेन्द्र प्रसाद स्वर्णकार को दिया है। उन्होंने बताया कि उसके परिवार में पूर्व से कोई भी मेडिकल लाइन में नहीं था। उसके दादा योगेन्द्र प्रसाद स्वर्णकार का पूर्ण इच्छा था कि उसके परिवार का कोई भी सदस्य डॉक्टर बनकर समाज सहित देश के लोगों की सेवा करे। उन्होंने अपने दादा के बताए रास्ते पर चलते हुए आज यह मुकाम प्राप्त किया है।
बताया कि पिछले दिनों कोरोना महामारी के दौरान सरकार के द्वारा देश भर में सभी शिक्षण संस्थान को बंद कर दिया गया था। लेकिन फिर भी वह अपने मंजिल को प्राप्त करने के लिए सेल्फ स्टडी के साथ साथ ऑनलाइन के माध्यम से एवं अपने गुरुजनों के द्वारा दूरभाष के माध्यम से सहयोग लेते हुए अपनी पढ़ाई जारी रखा। और दूसरे प्रयास में अपना मुकाम प्राप्त कर लिया। इधर उत्तम को अच्छे अंक से पास करने पर उनके परिजन सहित लोगों के बीच जश्न का। माहौल है।
जानकारी देते उत्तम का दादा योगेन्द्र प्रसाद स्वर्णकार ने बताया कि वह मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखता है। अपने जीवन में उनलोगों ने हमेशा संघर्षशील रहा है। इसी का प्रेरणा से उन्हें पूर्ण इच्छा था कि उसके भी परिवार का सदस्य पढ़ लिखकर एक अच्छा नागरिक बनकर समाज व देश का सेवा कर सके।
इसी को ध्यान में रखकर उन्होंने अपने पौत्र को अच्छी से अच्छी तालीम देने का प्रयास किया। बताया कि उसके दूसरा एवं छोटा पौत्र आकाश सर्राफ भी पढ़ाई में बहुत तेज है और वह आईएएस बनकर देश सेवा करना चाहता है।