हर घर तिरंगा अभियान में भागीदारी, हर एक का कर्तव्य, हर एक की जिम्मेदारी !

abhishek kumar shingh

सिमराही: सुरेश कुमार सिंह

 

हर घर तिरंगा अभियान में भागीदारी, हर एक का कर्तव्य, हर एक की जिम्मेदारी !

 

बिहार/सुपौल: हम सभी स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। जबकि पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहा है और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘हर घर तिरंगा’ का आह्वान किया है। उसी अभियान के तहत प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरिय विश्वविद्यालय सिमराही के द्वारा स्थानीय ओम शांति केंद्र पर और परमात्मा अनुभूति संग्रहालय में भी तिरंगा झंडा लहराया गया ।उक्त तिरंगा झंडा स्थानीय सेवा केंद्र प्रभारी राजयोगिनी बबीता दीदी, सब इंस्पेक्टर भूपेंद्र प्रताप सिंह, व्यावसायि इंद्रदेव चौधरी, ब्रह्माकुमार किशोर भाईजी ब्रह्माकुमारी चांदनी बहन, आस्था बहन ,सीता देवी सतनारायण भाई इत्यादियों के संयुक्त हस्तकमल से झंडा फहराया गया।


स्थानीय सेवा केंद्र प्रभारी बबीता दीदी ने अपने उद्बोधन देते हुए कहा की हम सभी स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं ।
हम सभी विदेशियों और उसके कानून से स्वतंत्र तो हो गए, पर क्या सच में इसी को सच्चे स्वतंत्रता कहा जाता है ? आज भी हम कई नकारात्मक बंधनों से बंधे हुए हैं,परतंत्रता से बंधे हुए हैं, रूढ़िवादियों परंपराओं से बंधे हुए हैं, सबसे बड़ी तो अपने ही अवगुण और अहंकारों से बंधे अथवा जकरे हुए हैं, मनुष्य मनुष्य को दुश्मन समझ बैठे हैं, भाईचारा खत्म हो गई है, आप दिल से सोचे इससे हमारा देश आजाद हुआ,? कई गलत व्यसन से हमारे जिंदगी रोज बुराई की ओर बढ़ रही है, खान-पान से दूषित हो रही है, यह धरती संकल्पों की वाइब्रेशन से खराब हो रही है, हमारे बोल से अनेक आत्माओं को दुख पहुंच रही है, तो क्यों ना हम इस स्वतंत्रता दिवस पर यह प्रण लें कि हमें दिल से खुद को सुधारना है स्वयं को बदलना है सभी को स्नेह प्यार देना है भाईचारा से रहना है तभी धरती मां खुश होगी। पाप रहित इस धरती को बनाना है। इस देश को इस विश्व को बनाना है और यही सच्चे स्वतंत्रता है ।

सब इस्पेक्टर भूपेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि हम देशवासियों की सुरक्षा हमें तिरंगे की छाँव में ही हासिल होता है। इस दिवस में ‘सुनहरे भविष्य की परिकल्पना’ को मैं झांकता देख रहा हूँ, जो निश्चित रूप से तिरंगे के तीन रंगों में छिपे विशेष संकेत के कारण है। इस तस्वीर में वो ‘अपेक्षा’ भी है जो मैं अपने देश बासियों से करता हूँ कि वो इस तिरंगे को ना केवल थामने बल्कि संभालने वाला भी बने। आज मेरे देश का कद मुझसे अधिक हो चुका है और उसी अनुपात में इस तस्वीर ने भी मानो अपना अर्थ और आकार बढ़ा लिया है। बहरहाल, हमें आत्मनिर्भर भारत की ओर ले जाने वाले और तिरंगा को हर घर का अभियान बनाने वाले अपने प्रधानमंत्री को मैं ह्रदय की सम्पूर्ण आस्था से साधुवाद देता हूं।

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