परमात्मा राम इस चराचर जगत का सृजनहार और पालनहार है: संत श्री जयराम जी
पटना: प्रिया सिंह
परमात्मा राम इस चराचर जगत का सृजनहार और पालनहार है: संत श्री जयराम जी
बिहार/पटना: अथमलगोला स्थित बाबू मोहन सिंह के टोला में पुराना शिव मंदिर जीर्णोद्धार के अवसर पर करोना गाइडलाइन का पालन करते हुए तीन दिवसीय प्रभु श्री राम की संगीतमय कथा का आज शुभारंभ हुआ। देश स्तर के रामकथा के गायक प्रवचनकार संत श्री जयराम जी महाराज ने इस अवसर पर भगवान शिव के उदार और समरसस्वभाव की चर्चा की।
महाराज जी ने अपने सुमधुर स्वर में राम नाम की महिमा रामकथा की महिमा और राम की मातृभूमि भक्ति की चर्चा की। उन्होंने कहा की परमात्मा राम इस चराचर जगत के सृजन करने वाले और पालन करने वाले है। भगवान शिव उन्हें अपना आराध्य मानते हैं और राम भी उन्हें अपना आराध्य मानते हैं। स्वयं राम कहते हैं शिव द्रोही मम दास कहावा। सोनर मोहिसपने नहीं भावा।
कथा के पूर्व मंच का संचालन संयोजन करते हुए प्रोफ़ेसर साधु शरण सिंह सुमन ने जय राम जी महाराज के सरल स्वभाव और लोगों की भक्ति भावना की चर्चा की तथा मंदिर जीर्णोद्धार के काम को मूल्यवान बताया। कथा के सूत्रधार व्यास सुधीर कुमार हरे हरे कृष्ण, बच्चों सिंह, सुरेंद्र सिंह, रामाश्रय सिंह, अनिल सिंह, दिनेश सिंह, शंभू सिंह आदि लोगों ने महाराज जी को मुख्य माल्यार्पण किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ अशोक कुमार सिंह प्राध्यापक मनोविज्ञान विभाग एन एस कॉलेज बाढ़ थे तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में भारत विकास परिषद के अध्यक्ष पूर्व प्राचार्य सत्येंद्र प्रसाद सिंह तथा सचिव प्रधानाध्यापक मुकुंद कुमार सिंह ने भी अपने विचार लोगों ने बड़ी भक्ति भाव से कथा का श्रवण किया तथा आनंद प्राप्त किया। महाराज जी के भजनों पर लोग मंत्रमुग्ध होते रहे।